सोनीपत में पहली बार हाेगा संत सम्मेलन, देशभर के संत लेगें भाग
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- Dec 01, 2024
सोनीपत, 1 दिसंबर (हि.स.)। देश
के विभिन्न हिस्सों के संत सोनीपत में दो दिसंबर को शामिल हो रहे हैं। विश्व के नाम
शाश्वत सत्य का संदेश देंगे सनातन के महत्व पर चर्चा होगी।आने वाले सभी संतों का अभिनंदन
किया जाएगा। समारोह के संयोजक पंडित शशिकांत शर्मा ने यह जानकारी रविवार को दी है।
यह संत सम्मेलन अब तक सबसे अद्वितीय दिव्य और भव्य होने जा रहा है। इस तरह का संत सम्मेलन
पहली बार सोनीपत की धरती पर हो रहा है।
संत
समारोह की अध्यक्षता अयोध्या के हनुमानगढ़ी से ज्ञानदास महाराज करेंगे। कार्यक्रम के
संयोजक शशिकांत इंटरनेशनल चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं भाजपा नेता शशिकांत कौशिक
ने बताया कि इस संत सम्मेलन के दौरान सभी संतों का विशेष अभिनंदन होगा। विश्व के सभी
सनातनियों को एकजुटता के साथ अपनी विरासत, परम्पराओं और संस्कृति की रक्षा करते हुए
सनातन का व्यापक प्रचार प्रसार करना है।
इन संतों की ओर से धर्म संदेश दिया जाएगा। समारोह
में सोनीपत में पहली बार अयोध्या के हनुमानगढ़ी से ज्ञानदास महाराज, हरिद्वार से आचार्य
महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी महाराज, महामंडलेश्वर प्रेमानंद गिरी महाराज, आचार्य महामंडलेश्वर
कैलाशानंद महाराज, गोविंद देव गिरी महाराज, वृंदावन से गुरु शरणानंद महाराज, सांपला
से कालिदास महाराज, कुरुक्षेत्र से गीता मनीषी महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद महाराज,
रोहतक से महंत बाबा बालकनाथ, महामंडलेश्वर स्वामी कपिल पुरी महाराज, स्वामी कमल पुरी
महाराज, पंचकूला से संपूर्णानंद ब्रह्मचारी महाराज, पटौदी से स्वामी धर्मदेव महाराज,
सोनीपत से स्वामी दिव्यानंद भिक्षु, हरिद्वार से महामंडलेश्वर स्वामी अरुणदास महाराज, महामंडलेश्वर ललितानंद
महाराज, महामंडलेश्वर हरि चेतना नंद महाराज, महामंडलेश्वर विष्णु दास महाराज, महामंडलेश्वर
प्रेमानंद गिरी महाराज, महामंडलेश्वर रमेश्वरानंद महाराज, महामंडलेश्वर आनंद चेतन महाराज,
महामंडलेश्वर शिव प्रेमानंद महाराज, महामंडलेश्वर शिव चेतन सरस्वती महाराज, महामंडलेश्वर
रविंद्र पुरी महाराज, कुरुक्षेत्र के भद्रकाली शक्तिपीठ से पीठ अध्यक्ष सतपाल शर्मा,
पंचकूला से स्वामी अवशेषानंद महाराज, ऋषिकेश से स्वामी अरुणगिरि अवधूत माहाराज, कुरुक्षेत्र
से स्वामी सरस्वतानंद महाराज, जींद से स्वामी सूर्य नंद महाराज, वृंदावन से दाऊजी स्वामी
गोपेश्वर महाराज, बल्लभगढ़ से महामंडलेश्वर विजय दास भैया, सोनीपत से महामंडलेश्वर
हरिदास महाराज, तीर्थ पांडू पिडारा जींद से पीाठाधीश्वर श्रीमहंत राजेश स्वरुप जी महाराज,
पानीपत से दाऊजी महाराज, महंत मुनि स्वामी भाले गिरी महाराज आदि संत शामिल होंगे।
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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र परवाना