काठमांडू, 08 नवंबर (हि.स.)। नेपाल में चीन के बेल्ट एंड रोड (बीआरआई) समझौते का कार्यान्वयन कराने की चर्चा के बीच शुक्रवार को अमेरिकी इंडो पैसिफिक सैन्य कमांड के डिप्टी कमांडर अचानक काठमांडू पहुंचे हैं। नेपाल में अमेरिका की मिलेनियम चैलेंज कॉम्पैक्ट की परियोजना इंडो पैसिफिक स्ट्रैटजी के तहत है। ऐसे में अमेरिकी सैन्य टोली का नेपाल आना काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
इंडो पैसिफिक सैन्य कमांड के डिप्टी कमांडर जोशुआ एम रूड चार सदस्यीय सैन्य प्रतिनिधिमंडल के साथ आज मध्याह्न में काठमांडू पहुंचे हैं। अमेरिकी सेना के विशेष विमान से त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय विमानस्थल पहुंचे लेफ्टिनेंट जनरल रूड को काठमांडू स्थित अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों ने स्वागत किया। अंतिम समय तक इस भ्रमण को गोपनीय रखा गया था।
नेपाल के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अमृत राई ने बताया कि मंत्रालय के पास अमेरिकी सैन्य प्रतिनिधिमंडल के नेपाल भ्रमण को लेकर कोई भी आधिकारिक जानकारी नहीं थी। हालांकि, नेपाली सेना की तरफ से इसे औपचारिक भ्रमण बताया है। नेपाली सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल गौरव केसी ने कहा कि अमेरिकी इंडो पैसिफिक सैन्य कमांडर का नेपाल आगमन नेपाली सेना के निमंत्रण पर हुआ है। हालांकि, उन्होंने इस बात का जवाब नहीं दिया कि जब नेपाली सेना के निमंत्रण पर वो आए हैं तो विमानस्थल पर स्वागत करने नेपाली सेना का कोई अधिकारी क्यों उपस्थित नहीं था?
अमेरिकी डिप्टी कमांडर के भ्रमण कार्यक्रम और उनकी मुलाकातों के बारे में अब तक ना तो अमेरिकी दूतावास और ना ही नेपाली सेना के तरफ से कोई जानकारी दी गई है। माना जा रहा है कि नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की दिसंबर में प्रस्तावित चीन भ्रमण के दौरान बीआरआई के कार्यान्वयन समझौता होने की संभावना के मद्देनजर इंडो पैसिफिक कमांडर का नेपाल भ्रमण हो रहा है। सुरक्षा मामलों के जानकार का कहना है कि अमेरिका कभी नहीं चाहेगा कि जो देश इंडो पैसिफिक स्ट्रैटजी के तहत उनकी परियोजना का लाभ उठा रहा है वो चीन के बीआरआई के तहत आए।
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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज दास