शिमला, 1 नवंबर (हि.स.)। राजधानी शिमला में चोरों का एक ऐसा गिरोह सक्रिय हो गया है, जो न केवल पहले रैकी करते है, अपितु विशेष प्रकार का उपकरण का इस्तेमाल करते हुए दुकानों के ताले झटपट से तोडक़र चोरी की घटनाओं को अंजाम देते है। ऐसे ही एक गिरोह के एक आरोपी को लोगों ने पकडक़र उसे पुलिस के हवाले किया है, जबकि इसके दो अन्य साथी भागने में कामयाब हो गए। तीन लोग स्कूटी पर बैठकर आए थे और इनमें से लोगों के हत्थे नेपाली मूल का एक व्यक्ति चढ़ गया।
जानकारी के अनुसार राजधानी शिमला के बालूगंज थाने के तहत आने वाले नाभा में बने शापिंग कांपलैक्स में बनी दुकानों के ताले तोडऩे का मामला सामने आया है। दिवाली की रात को यह घटना पेश आई है और इस घटना अंजाम देने वाला युवक नेपाली मूल का हैै, जिसका नाम अर्जुन बताया जा रहा है और यह शिमला में पुराने बस अड्डे के नीचे ढारे में रहता है। दिवाली के दिन आरोपी ने दिन के समय शापिंग कांपलैक्स में पटाखे खरीदकर दुकानों की रैकी की। इसके बाद रात को आरोपी स्कूटी पर नाभा पहुंचे और चोरी को अंजाम देने के लिए तीन से चार दुकानों के ताले भी तोड़ दिए। हालांकि आरोपी दुकानों से कुछ चुरा पाता, इससे पहले उसे पकड़ लिया गया और पुलिस के हवाले कर दिया गया। अब आरोपी के खिलाफ पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
इसी कांपलैक्स में दो सप्ताह पहले भी हो चुकी है चोरी
नाभा में इसी कांपलैक्स में दो सप्ताह पहले भी चोरी हो चुकी है। इसके अलावा संस्कृत कालेज और 103 में भी चोरी की घटनाएं सामने आ चुकी है। लोगों ने यहां पर सी.सी.टी.वी. लगाने की कई बार मांग की है और 103 के पास लगा सी.सी.टी.वी. भी खराब चला हुआ है। बताया जाता है कि ढारे बनने के बाद यहां चोरी की घटनाएं भी बढ़ गई है। स्थानीय लोगों ने पुलिस से ऐसे शरारती तत्वों पर नकेल कसने की पूरजोर मांग की है।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा