हमीरपुर जिला में बाल लिंगानुपात में गत 10 साल में आया सुधार

हमीरपुर, 24 जनवरी (हि.स.)। जिला हमीरपुर में महिला एवं बाल विकास विभाग की योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन हेतु खंड स्तरीय मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति और टास्क फोर्स की बैठक शुक्रवार को एसडीएम डॉ. रोहित शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई।

डॉ. शर्मा ने बताया कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत बेटियों के स्वास्थ्य, शिक्षा और सशक्तिकरण के लिए किए गए प्रयासों के कारण बाल लिंगानुपात वर्ष 2015 के 857 से बढ़कर 2025 में 946 पर पहुंच गया है। राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर उन्होंने इस सफलता के लिए सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी।

आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से कुपोषण पर प्रहार

डॉ. शर्मा ने बताया कि विकास खंड सुजानपुर में 123 आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से 6 माह से 6 वर्ष तक के 1497 बच्चों और 425 गर्भवती व धात्री महिलाओं को पूरक पोषाहार उपलब्ध कराया जा रहा है। इन समन्वित प्रयासों के परिणामस्वरूप गंभीर कुपोषण का स्तर घटकर 0.17 प्रतिशत और मध्यम कुपोषण का स्तर 1.99 प्रतिशत रह गया है।

बेटी है अनमोल योजना के तहत वित्तीय सहायता

वर्ष 2024-25 के दौरान गरीब परिवारों की बेटियों के लिए समर्पित बेटी है अनमोल योजना के अंतर्गत 2 बेटियों के जन्म पर 42,000 रुपये एफडी के रूप में और 264 बेटियों की शिक्षा के लिए 3.82 लाख रुपये स्कॉलरशिप के रूप में जारी किए गए।

मुख्यमंत्री शगुन योजना के तहत 21 बेटियों के विवाह के लिए 6.51 लाख रुपये और मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत 11 बेटियों की शादी के लिए 5.61 लाख रुपये व्यय किए गए।

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत गर्भवती महिलाओं की देखभाल और पोषण के लिए इस वित्तीय वर्ष में 448 महिलाओं को 21.88 लाख रुपये वितरित किए गए।

बाल विवाह निषेध अधिनियम के तहत बैठक में एसडीएम ने बाहरी राज्यों से लाई जा रही महिलाओं की आयु पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर बल दिया।

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हिन्दुस्थान समाचार / विशाल राणा

   

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