इविवि के पुराछात्र सम्मेलन में रज्जू भैया का चित्र न लगाने पर छात्रों ने की निन्दा

प्रयागराज, 30 अप्रैल (हि.स.)। इलाहाबाद विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित पुरा छात्र सम्मेलन में कई स्थानों पर विश्वविद्यालय के सम्मानित पूर्व छात्र बंधुओं का चित्र लगा, लेकिन कई ऐसे महापुरुषों के चित्र नहीं लगे, जिनके लगने चहिए थे। कुलपति एवं आयोजक मंडल द्वारा जिस प्रकार का व्यवहार किया गया, युवा मंडल इसकी घोर निंदा करता है।

रज्जू भैया स्वाध्याय मण्डल कार्यालय के मंत्री इंद्रदीप दुबे ने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय की ख्याति पूरे विश्व में बिखेरने वाले जिनके बारे में कई विचारकों ने पुस्तक लिखा, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. रमन जिनके बखान करते थकते नहीं थे। ऐसे इविवि के पूर्व छात्र तथा बाद में यहीं प्रोफेसर बने राजेंद्र सिंह रज्जू भैया का चित्र न लगाकर तथा उनकी चर्चा न करना घोर निन्दनीय है। पुरा छात्र सम्मेलन में वर्तमान छात्रों को न बुलाने की कमी अतिथियों को भी महसूस हुई। कुमार विश्वास ने कमी महसूस करते हुए चुटकी भी ली।

उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में कुलपति अपने वक्तव्य में कह रही थीं कि उन्होंने धरना, विरोध, ज्ञापन ये सब बंद कर दिया है। शायद कुलपति को पता नहीं कि इसी सब से निकल कर इस विश्वविद्यालय से कई प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री तथा मंत्री निकले हैं। कुलपति के विद्यार्थी विरोधी रवैये तथा विद्यार्थियों के व्यक्तित्व के विकास में बाधा बनी सोच की भी युवा मंडल घोर निंदा करता है। उन्होंने कहा कि अगर पुरा छात्र सम्मेलन होता तो वर्तमान छात्र बुलाए जाते। इन्ही कारणों से विश्वविद्यालय के कई सम्मानित पूर्व छात्र कार्यक्रम में नहीं गए।

कार्यक्रम समाप्त होते ही कुलपति के फरमान द्वारा सूचना आई कि विश्वविद्यालय में छुट्टी रहेगी। इससे कई छात्र एवं प्रोफेसर अंदर-अंदर दुःखी हैं। अतः आयोजक मंडल एवं वर्तमान कुलपति से मांग है कि सार्वजनिक रूप से आकर महापुरुषों की अनदेखी पर क्षमा याचना मांगनी चाहिए।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/सियाराम

   

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