धौलपुर में निजी अपंजीकृत अस्पतालों में मरीजों की जान से खिलवाड

धौलपुर, 2 मई (हि.स.)। जिले में अवैध रूप से संचालित निजी अस्पतालों, नर्सिंग होम एवं क्लिनिक की गहनता से जांच के लिए प्रशासन द्वारा गुरुवार को औचक निरीक्षण की कार्रवाई की गई।

जिला कलेक्टर श्रीनिधि बी टी के निर्देश पर उपखंड अधिकारी डॉ. साधना शर्मा के नेतृत्व में गठित टीम ने शहर में दो अस्पतालों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान निजी अस्पतालों में इलाज के नाम पर मरीजों की जान से खिलवाड की बात सामने आई है। निरीक्षण में एक अस्पताल में सफाई कर्मी द्वारा उपचार किए जाने तथा दूसरे अस्पताल में बिना सर्जन के सर्जरी किए जाने के चोंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। अब निरीक्षण दल की ओर से डीएम को पूरी रिपोर्ट सोंपी जाएगी। इसके बाद में इन अस्पतालों के विरुद्व कार्रवाई होगी। धौलपुर की उपखंडाधिकारी डॉ. साधना शर्मा ने बताया कि निरीक्षण के क्रम में सैंपऊ रोड स्थित अपंजीकृत मां भगवती चिकित्सालय अस्पताल की जांच की गई। जांच के दौरान पाया गया कि अस्पताल अवैध रूप से संचालित था। वहां कोई भी चिकित्सक कार्यरत नहीं था। सफाई कर्मचारी द्वारा मरीजों का इलाज किया जा रहा था। उन्होंने बताया कि इस दौरान वाटर वर्क्स चौराहे पर स्थित भारत हॉस्पिटल की भी जांच की गई। यह अस्पताल आगरा निवासी डॉ. जितेंद्र सिंह के नाम पंजीकृत बताया जा रहा था। अस्पताल में डिलीवरी, सिजेरियन डिलीवरी, गॉलब्लैडर सर्जरी एवं जनरल सर्जरी से संबंधित ऑपरेशन किया जा रहे थे। मौके पर कोई भी सर्जन चिकित्सक उपस्थित नहीं मिला तथा विगत दो दिवस से अस्पताल में आना भी नहीं बताया गया। बिना विशेषज्ञ सर्जन के अस्पताल में सर्जरी किस तरह की जा रही थी, इसका जवाब भी अस्पताल में उपस्थित कार्मिक नहीं दे सके। उन्होंने बताया कि दोनों प्रकरणों में जांच रिपोर्ट तैयार कर कठोर कार्यवाही हेतु जिला कलेक्टर को दी जा रही है। इसी प्रकार आगे भी कार्यवाही जारी रहेगी। निरीक्षण दल में उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.चेतराम मीणा एवं शहरी कार्यक्रम प्रबंधक प्रियंका त्रिपाठी सहित अन्य कार्मिक शामिल रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/ प्रदीप/ईश्वर

   

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