मुख्य सचिव बोलीं- सार्वजनिक सेवायान दुर्घटना मामलों में प्रभावितों को तत्काल जारी करें राहत राशि

देहरादून, 02 मई (हि.स.)। उत्तराखंड में दुर्घटना राहत निधि में देरी के मामलों को गंभीरता से लेते हुए मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सार्वजनिक सेवायान की दुर्घटना मामलों में प्रभावितों को राहत राशि तत्काल जारी करने के निर्देश दिए हैं। स्पष्ट किया है कि राहत राशि की हकदारी के लिए अब मजिस्ट्रीयल जांच रिपोर्ट की आवश्यकता नहीं है। जिलाधिकारियों को दुर्घटना राहत निधि के लिए 50 लाख रुपये की धनराशि आवंटित है।

सचिवालय में गुरुवार को सड़क सुरक्षा एवं अनुश्रवण समिति की अति महत्वपूर्ण बैठक के दौरान मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने परिवहन, लोक निर्माण, वित्त एवं संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को उत्तराखंड को जीरो एक्सीडेंट स्टेट बनाने के विजन के साथ कार्य करने के नसीहत दी।

मुख्य सचिव रतूड़ी ने राज्य में विशेषकर देहरादून व हरिद्वार जिलों में अवैध खनन गतिविधियों से संबंधित सड़क दुर्घटनाओं एवं अपराधों पर कड़ी निगरानी के निर्देश दिए हैं। क्रैश बैरियर लगाने की औपचारिकताओं से हटकर उनकी गुणवत्ता को शीर्ष प्राथमिकता पर लेने की कड़ी हिदायत देते हुए मुख्य सचिव ने अधिकारियों को क्रैश बैरियर की गुणवत्ता की थर्ड पार्टी ऑडिट के कड़े निर्देश दिए हैं।

उन्होंने अधिकारियों को अन्य देशों में क्रैश बैरियर के स्थान अन्य आधुनिकतम टेक्नॉलॉजी व बेस्ट प्रैक्टिसिज का अध्ययन कर राज्य में लागू करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारियों को निर्धारित डेडलाइन के भीतर अधिक दुर्घटना वाले स्थानों की मैपिंग करने के साथ इन स्थानों पर स्पीड ब्रेकर, क्रैश बैरियर आदि सुधारात्मक कदम के एक्शन प्लान पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं।

जिलाधिकारियों को भूमि चिन्हीकरण के निर्देश

परिवहन विभाग की ओर से थानों व चौकियों पर वाहनों को बंद करने के मामलों का संज्ञान लेते हुए मुख्य सचिव ने स्पष्ट किया कि संबंधित अधिकारी तत्काल विभिन्न थाना-चौकियों में बंद वाहनों को प्रत्येक जनपद में शहर के नजदीक स्थान चिन्हित करते हुए एक साथ रखने की व्यवस्था करें। उन्होंने जिलाधिकारियों को इस संबंध में भूमि चिन्हीकरण-हस्तांतरण के निर्देश दिए हैं।

नियमित कराएं रोड सेफ्टी ऑडिट

मुख्य सचिव ने लोक निर्माण विभाग को प्रोफेशनल एजेंसी के माध्यम से नियमित रोड सेफ्टी ऑडिट करवाने के साथ परिवहन विभाग को ऑनलाइन चालान व्यवस्था मजबूत करने, दो पहिया वाहनों में हेलमेट के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए अभियान चलाने, शिक्षा विभाग को पाठ्यक्रम में सड़क दुर्घटनाओं के संबंध में जागरूकता को शामिल करने, गुड समेरिटन योजना को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए हैं।

बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारी मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/वीरेन्द्र

   

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