रोशनलाल ने जिला क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव पर लगाए कई गंभीर आरोप

हरिद्वार, 05 मई (हि.स.)। किशोरी लाल क्रिकेट एकेडमी के संचालक रोशनलाल ने धांधली और मनमानी को लेकर जिला क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ हरिद्वार पर गंभीर आरोप लगाए।

रोशनलाल ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत में बताया कि क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ हरिद्वार के कुछ सदस्यों ने अपने रिश्तेदारों के नाम पर एकेडमी खोली हुई है। उन्होंने कहा कि वे अपनी एकेडमी को फायदा पहुंचाने के लिए एसोसिएशन का इस्तेमाल कर रहे हैं। जैसे कि ट्रायल में बच्चों का सलेक्शन या इन्टर डिस्ट्रिक्ट टीम सलेक्ट करनी हो, सभी में ये लोग अपने बच्चों को किसी न किसी बहाने जगह देकर अन्य टेलेण्टेड बच्चों से भेदभाव करते हुए उन्हें नजरअंदाज कर देते हैं। उन्होंने कहा कि इस बारे में कई बार क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ हरिद्वार और क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखण्ड को भी शिकायत की गई, लेकिन किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया।

उन्होंने इस सबके लिए हरिद्वार क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव इंद्रमोहन बर्थवाल को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि डिस्ट्रिक्ट लीग में दूसरी एकेडमी के बच्चों के अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद एसोसिएशन के सदस्य अपनी एकेडमी के बच्चों को प्राथमिकता देने की साजिश रचते हैं। उन्होंने बताया कि जब से लीग अथवा टूर्नामेंट का रिकार्ड क्रिक हीरोस एप पर आना शुरू हुआ है, तब से थोड़ा बहुत धांधलियों पर अंकुश लगा है, लेकिन फिर भी कुछ न कुछ तिकड़म लगाकर ये लोग अपनी एकेडमी के बच्चों को अब भी प्राथमिकता देते हैं।

दूसरी एकेडमी के बच्चों से हो रहा भेदभाव-

जिला क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव इंद्रमोहन बर्थवाल पर लगाए गए आरोपों में उन्होंने यह भी बताया कि पहले तो जिला लीग में दूसरी एकेडमी के बच्चों से भेदभाव होता है, उसके बाद इण्टर डिस्ट्रिक्ट के लिए चयनित हुई टीम में किस खिलाड़ियों को खिलाना है, किसको नहीं, किसको किस नम्बर पर बैटिंग करानी है, बॉलर को कितने ओवर करवाने है। इसके अलावा दूसरी एकेडमी के बच्चों को किसी न किसी बहाने एक मैच खिलवाकर बाहर कर देते है, बॉलर को कम ओवर देना या बिल्कुल नहीं देना। जानबूझ कर दूसरी एकेडमियों के बच्चों को मानसिक रूप से परेशान किया जाता है, जिससे कि वह अच्छा प्रदर्शन न कर सके जबकि अपनी एकेडमी के बच्चों को अच्छा प्रदर्शन न करने के बावजूद भी लगातार खिलवाते हैं। इस बाबत सचिव इंद्रमोहन बर्थवाल ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।

उन्होंने अम्पायर पर एसोसिएशन से मिलीभगत के आरोप लगाया और कहा कि अंपायर सम्बन्धित एकेडमी के बच्चों का पक्ष करते हैं। जिस दिन नेट ट्रायल और मैचों की वीडियोग्राफी हो गयी उसी दिन से इनकी धांधलियां कम हो जायेगी।

हिन्दुस्थान समाचार/ रजनीकांत/सत्यवान/रामानुज

   

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