लोस चुनाव : हरदोई में सिर्फ दो बार मिली 1 लाख के अंतर से जीत

लखनऊ, 12 मई (हि.स.)। राजधानी लखनऊ से सटी हरदोई संसदीय सीट पर पहला चुनाव 1952 में हुआ। आम और उपचुनाव मिलाकर इस सीट पर 19 बार चुनाव हो चुका है। जिसमें रिकार्ड 7 बार कांग्रेस और 4 बार भाजपा जीत चुकी है। 3 बार सपा भी यहां से जीती है। लेकिन हरदोई (सुरक्षित) संसदीय सीट के इतिहास में सिर्फ दो बार जीत का अंतर 1 लाख से ज्यादा वोट का रहा। इस सीट पर सबसे कम मार्जिन से मिली जीत अखिल भारतीय लोकतांत्रिक कांग्रेस और सबसे बड़ी जीत भाजपा के खाते में दर्ज है।

1977 में 1 लाख से ज्यादा वोटों से जीते परमाई लाल

इमरजेंसी के बाद साल 1977 में हुए आम चुनाव में हरदोई सीट से कुल 5 प्रत्याशी मैदान में उतरे, इसमें 2 निर्दलीय थे। भारतीय लोकदल प्रत्याशी परमाई लाल को 191,873 (63.20%) वोट मिले। दूसरे स्थान पर रहे कांग्रेस प्रत्याशी किंदर लाल को 77586 (25.56%) वोट के साथ संतोष करना पड़ा। हिन्दू महासभ प्रत्याशी हीरा लाल आर्य 19,994 (6.59%) वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे। परमाई लाल ने 1 लाख 14 हजार 287 वोट के अंतर से जीत दर्ज की थी। इस चुनाव में पांच में से तीन प्रत्याशी अपनी जमानत बचाने में विफल रहे। कुल 303,585 वोटरों ने इस चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। इस सीट पर इससे पहले हुए पांच चुनाव में ये सबसे बड़ी जीत थी।

42 साल बाद टूटा परमाई लाल का रिकार्ड

हरदोई सीट पर 1 लाख से ज्यादा वोट के अंतर से जीत का जो रिकार्ड लोकदल के परमाई लाल ने 1977 में कायम किया था। उसको 2019 में भाजपा प्रत्याशी जय प्रकाश ने तोड़ा। 17वीं लोकसभ के चुनाव साल 2019 में हरदोई सीट से 11 प्रत्याशी चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमाने उतरे। भाजपा के जय प्रकाश ने सपा के ऊषा वर्मा को 1 लाख 32 हजार 474 वोटों के अंतर से परास्त किया। जय प्रकाश को 568,143 (53.71%) वोट मिले। वहीं सपा प्रत्याशी ऊषा वर्मा के खाते में 435,669 (41.18%) वोट आए। कांग्रेस के वीरेन्द्र कुमार 19,972 (1.89%) वोट के साथ तीसरे स्थान पर रहे। कांग्रेस प्रत्याशी की जमानत जब्त हुई। कुल 10 लाख 57 हजार 558 वोटरों ने इस चुनाव में अपने वोटिंग अधिकारों का प्रयोग किया। कुल 11 उम्मीदवारों में से 9 की जमानत जब्त हुई।

हरदोई की सबसे छोटी जीत

हरदोई सीट के संसदीय इतिहास में सबसे छोटी जीत 5404 वोटों के अंतर से दर्ज है। 1999 के आम चुनाव में अखिल भारतीय लोकतांत्रिक कांग्रेस प्रत्याशी जय प्रकाश ने समाजवादी पार्टी प्रत्याशी ऊषा वर्मा को 5404 वोटों के अंतर से परास्त किया था। इस चुनाव में जय प्रकाश को 206,256 (37.16%) और ऊषा वर्मा 200,852 (36.19%) वोट मिले थे।

हिन्दुस्थान समाचार/ डॉ. आशीष वशिष्ठ/दिलीप

   

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