एफडी कराने के नाम पर संत से हड़पे लाखों रुपये, जांच के आदेश

हरिद्वार, 16 मई (हि.स.)। एफडी कराने के नाम पर लाखों रुपये हड़पने के मामले में निर्बल निर्धन विधिक सहायता समिति के हस्तक्षेप के बाद एसएसपी ने कनखल थाने को मामले की जांचकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

निर्बल निर्धन विधिक सहायता समिति के अध्यक्ष राजेश रस्तोगी ने बताया कि स्टेट बैंक कनखल के सेवा केंद्र संचालक ने एफडी कराये जाने के नाम पर संत स्वामी कृष्ण मुनि से 30 लाख रुपये हड़पकर फरार हो गया। संचालक ने जेलबंदी के दौरान संत और संत की शिष्या राधा मुनि के खाते से स्टेट बैंक के प्रबंधक के साथ मिलीभगत करते हुए फर्जी हस्ताक्षर बनाकर लगभग दो लाख रुपये उनके खातों से भी निकाल लिये।

रस्तोगी ने बताया कि संत के बार-बार एफडी मांगने पर जब सेवा केंद्र के संचालक विकास वर्मा ने बताया कि एफडी के पेपर नहीं है। इसके बाद बैंक में संपर्क साधने पर संत को पता चला कि एफडी तो हुई नहीं है, लेकिन जेल के दौरान भी हमारे खातों से दो लाख रुपये बैंक प्रबंधक की साजिश से निकाल लिए गए हैं। संताें ने प्रबंधक विकास वर्मा और कनखल पुलिस से संपर्क साधकर अपनी रकम वापसी का अनुरोध किया तो कहीं से कोई मदद नहीं मिली।

इसके बाद 13 मई को संतों ने निर्बल निर्धन विधिक सहायता समिति कार्यालय पहुंचकर घटना की जानकारी दी। जिसका संज्ञान लेते हुए समिति की ओर से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने समिति की ओर से की गई शिकायत को रजिस्टर कराते हुए थाना कनखल प्रभारी को जांच कर कार्रवाई करने के लिये निर्देशित किया है। समिति अध्यक्ष राजेश रस्तोगी और समिति सचिव मनोहर भट्ट ने बताया कि इस प्रकरण में त्वरित कार्रवाई के निर्देश एसएसपी की ओर से कनखल पुलिस को दिए गये हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/रजनीकांत/सत्यवान/रामानुज

   

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