मोदी के रहते कोई भी आदिवासी, दलित और ओबीसी आरक्षण को खत्म नहीं कर सकता है : बाबूलाल मरांडी

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी संबोधित करते हुए

पाकुड़, 16 मई (हि.स.)। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने राजमहल लोकसभा के पाकुड़ जिले में बूथस्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन को गुरुवार को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के रहते कोई भी आदिवासी, दलित और ओबीसी के आरक्षण को खत्म नहीं कर सकता है। इंडी गठबंधन वालों की दुकान बंद हो रही है। उनके साथ जनता खड़ी नहीं है। इसलिए भी दुष्प्रचार कर रहे हैं। उनकी साजिश को समझें।

मरांडी ने कहा कि विपक्षी दल प्रधानमंत्री मोदी को हटाने के लिए साजिश कर रहे हैं। पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी ने भ्रष्ट मंत्रियों, अफसरों और नेताओं पर कार्रवाई की है। जो जेल में बंद हैं। आज इस लोकसभा क्षेत्र से दो-दो लोग जेल में बंद हैं। राजमहल लोकसभा के बरहेट विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जेल में बंद है। लोग कहते हैं कि उन्हें फंसा दिया गया है परन्तु वे अपनी करनी से जेल में है। उन्होंने राजमहल के पहाड़ों को अवैध रूप से खनन कर पत्थरों को बिहार और बांग्लादेश को बेच दिया। पैसे अपनी तिजोरी में भर लिये। नदी का बालू यूपी और बिहार ले जाते रहे परन्तु यहां के लोगों को बालू नहीं मिलती है। बालू लाने पर उन पर कार्रवाई की जाती है। झारखंड के लोगों को प्रधानमंत्री आवास बनाने के लिए बालू नहीं मिलती है। लोगों को परेशानी हो रही है।

उन्होंने कहा कि हेमंत अमरापाड़ा, लिट्टीपाड़ा में रात में कोयला की चोरी कराते थे। फर्जी कागज बनाकर जमीन को बेचने और बेचवाने का काम किया। पकुड़िया में 800 से 900 बीघा जमीन अपने भाई और बाकी लोगों के नाम से कराए हैं। ऐसे में झारखंड के लोग क्या करेंगे। संताल परगना के लोग क्या करेंगे। जिस प्रकार से हेमंत सोरेन ने झारखंड को लूटा है, उसके कारण आज वे जेल में हैं।

उन्होंने कहा कि आईएएस पूजा सिंघल के घर से 20 करोड रुपये मिले। वह भी जेल में हैं। अभी-अभी इस क्षेत्र से विधायक और सरकार में दूसरे नंबर के मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव के नौकर के घर में 35 करोड़ रुपये मिले। ये आप सबों से लूटा हुआ पैसा है। चोरी किया हुआ पैसा है। अवैध बालू, पत्थर, जमीन, कोयला से कमाया हुआ पैसा है। ठेकेदारी में कमीशन से लिया हुआ पैसा है। ब्लॉक से कमीशन के रूप में लिया हुआ पैसा है। मनरेगा के कमीशन का पैसा है। वेतन डेढ़ लाख रुपये मिलता है। वैसे में इतना पैसा कहां से आया। वेतन के हिसाब से 10 साल में या जीवन भर में भी इतना पैसा जमा नहीं होगा। यह पैसा राज्य की गरीब जनता का है। ये लोग आरोप लगाते हैं कि फंसाया जा रहा है, जिसके पास भी ग़लत ढंग से कमाया हुआ पैसा मिलेगा, उसको जेल जाना ही पड़ेगा। उसको कोई बचा नहीं सकता है।

मरांडी ने कहा कि एक नौकर के घर में इतना पैसा मिला है। मंत्रियों, सचिव, दलाल, बिचौलियों के घर में जिस दिन तलाशी होगी, तो कोई बचेगा नहीं। हर भ्रष्ट लोगों के यहां तलाशी होगी। जनता मोबाइल पर दलाल, गुंडागर्दी, घूसखोर, कमीशनखोर की सूची भेज दे, निश्चित तौर से उसे भारत सरकार की एजेंसी को देंगे। विश्वास दिलाते हैं कि एक-एक कर भ्रष्ट और दलाल अफसरों, दलाल नेताओं को जेल में बंद करा देंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/वंदना/दधिबल

   

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