पुलों का शहर के नाम से विख्यात सूरत में 124 ब्रिज का हुआ हाईटेक निरीक्षण

-प्री मानसून कार्रवाई में इस बार मनपा ने लिया तकनीक का सहारा

सूरत,17 मई (हि.स.)। सिटी ऑफ ब्रिजस के नाम से विख्यात सूरत शहर में 124 ब्रिजों का प्री मानसून सर्वे इस बार हाईटेक तरीके से किया गया है। ब्रिज के कोने-कोने का निरीक्षण के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया है। अभी तक 124 में से 117 ब्रिज का सर्वे कार्य पूरा किया जा चुका है। इस सर्वे रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।

सूरत शहर रेलवे लाइन, तापी नदी और खाड़ियों (प्राकृतिक बरसाती जल निकास मार्ग) के कारण तीन भागों में बंटा है। शहर को आपस में जोड़ने के लिए तापी नदी, रेलवे ओवरब्रिज, फ्लाइओवर और खाड़ियों पर ब्रिज बनाए गए हैं। इन ब्रिजों और फ्लाइओवर ब्रिज के सर्वे के लिए कई जगहों पर ड्रोन का इस्तेमाल किया गया है, जिससे व्यवस्थित रूप से सर्वे रिपोर्ट तैयार की जा सके।

सूरत महानगर पालिका (मनपा) के अधिकारी के अनुसार पिलर और स्पान के बीच भी सर्वे किया गया है, जिससे किसी तरह की तकनीकी खामी छूटे नहीं। ब्रिज के जिन हिस्सों तक आसानी से नहीं पहुंचा जा सकता है, वहां ड्रोन का इस्तेमाल किया गया है। ड्रोन की तस्वीरों के माध्यम से भी बारीकी के साथ जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि शहर के कुल 124 में से 117 ब्रिजों का सर्वे कार्य पूरा कर लिया गया है। इन ब्रिजों को चार कैटेगरी में रखा गया है। नंबर एक कैटेगरी में ऐसे ब्रिज है, जिनकी मरम्मत की जरूरत नहीं है। दूसरी कैटेगरी में हल्की रिपेयरिंग की जरूरत वाले ब्रिजों को रखा गया है। तीसरी कैटेगरी में वैसे ब्रिजों को रखा गया है, जिनका आगे भी विस्तृत जांच की जरूरत है। जबकि चौथी कैटेगरी में उन ब्रिजों को रखा गया है, जिन्हें खतरनाक मानते हुए तत्काल बंद करने की जरूरत है। इस पूरे काम के लिए मनपा ने तीन कंसल्टेंसी को नियुक्त किया था।

60 ब्रिजों को मरम्मत की जरूरत नहीं

सूरत शहर के 124 ब्रिजों में से 7 एक्सेसिबल नहीं है। इस वजह से 117 ब्रिजों का सर्वे किया गया। इनमें 60 ब्रिज ऐसे हैं, जिन्हें किसी तरह की मरम्मत की जरूरत नहीं है। यह सभी ब्रिज पूरी तरह से फिट है। दूसरी कैटेगरी में सामान्य रिपेयरिंग वाले 19 ब्रिज हैं, जबकि विस्तृत जांच की कैटेगरी में 30 ब्रिज हैं। एक भी ब्रिज ऐसा नहीं है, जिसे तत्काल बंद कर मरम्मत किया जाए। यानी चौथी कैटेगरी में एक भी ब्रिज नहीं है। मनपा अधिकारी के अनुसार कैटेगरी तीन में जिन ब्रिजों का समावेश है, उसमें 4 ब्रिजों के मरम्मत का कार्य अभी चल रहा है। 10 ब्रिजों का टेंडर आ चुके हैं। बाकी के ब्रिजों का अलग-अग ढंग से सर्वे किया जा रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार/ बिनोद/सुनील

   

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