पानी- बिजली के लिए अगले 15-20 दिन चुनौतीपूर्ण- जिला कलेक्टर

उदयपुर, 22 मई (हि.स.)। उदयपुर के जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने कहा कि प्रदेश भर में भीषण गर्मी का दौर चल रहा है। पेयजल और बिजली आपूर्ति की दृष्टि से आगामी 15-20 दिन चुनौतीपूर्ण रहने वाले हैं। अधिकारी पूर्ण गंभीरता और संवेदनशीलता के साथ कार्य करें। आमजन को राहत पहुंचाने में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाए।

पोसवाल बुधवार को कलेक्ट्रेट मिनी सभागार में बिजली, पानी और मौसमी बीमारियों को लेकर समीक्षा बैठक ले रहे थे। उन्होंने कहा कि गर्मी का दौर चरम पर है, उच्च स्तर से लगातार पेयजल और बिजली आपूर्ति सुचारू रखने को लेकर मॉनिटरिंग हो रही है। ऐसे में अधिकारियों को अधिक सावचेत रहते हुए कार्य करना होगा। यह सुनिश्चित किया जाए कि जिले में आमजन तथा मवेशियों के लिए पेयजल संकट के हालात नहीं बनें। अधिकारी लगातार फील्ड में भ्रमण कर हालात पर नजर रखें तथा पूर्व निर्धारित कार्ययोजना के अनुसार आवश्यक बंदोबस्त सुनिश्चित करावें।

जिला कलेक्टर ने पीएचईडी एवं जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से जिले के जल स्रोतों में पानी की उपलब्धता, आगामी समय में बनने वाले स्थिति आदि की जानकारी ली। साथ ही किसी भी परिस्थिति से निपटने और जलापूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पूरी टीम को मुस्तैद रखें। उन्होंने देवास परियोजना के तृतीय एवं चतुर्थ चरण की प्रगति की जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

बिजली व्यवस्था की समीक्षा के दौरान अजमेर डिस्कॉम के अधीक्षण अभियंता भवानीशंकर शर्मा ने अवगत कराया कि लोड बढ़ने से चित्तौड़-देबारी फीडिंग लाइन में समस्या आ रही है। बिजली की मांग और आपूर्ति के औसम को बनाए रखने के लिए शाम के समय औद्योगिक इकाइयों में 50 फीसदी तक लोड शिफ्टिंग कर व्यवस्था बनाए रखने के प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि शहरी क्षेत्र में समस्या नहीं आए। लोड बढ़ने और गर्मी के कारण लाइनों में छोटी-मोटी तकनीकी समस्या के चलते ट्रांसफर्मर जलने, लाइन ट्रिपिंग होने जैसी घटनाएं हो रही हैं, जिनका त्वरित समाधान करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने जिले में 440 केवी ग्रिड स्टेशन की आवश्यकता भी जताई। जिला कलेक्टर ने सब डिविजन वार बिजली आपूर्ति संबंधी जानकारी लेते हुए कहा कि पूरी टीम मुस्तैद रहे, आमजन की शिकायत पर त्वरित रेस्पोरेंस हो। तकनीकी समस्या पर लोगों को शांतिपूर्वक जवाब देकर संतुष्ट करने का प्रयास किया जाए। उन्होंने फीडिंग लाइन को लेकर चल रही समस्या पर उच्च स्तरीय अधिकारियों से चर्चा करने की भी बात कही। जिला कलेक्टर ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के कार्यों की भी समीक्षा की।

बैठक में जिला कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ शंकर बामणिया से जिले में मौसमी बीमारियों की स्थिति, अस्पतालों में जरूरी व्यवस्थाओं आदि की जानकारी ली। उन्होंने जिले के सभी चिकित्सा संस्थानों में पेयजल तथा कूलर-पंखों की माकूल व्यवस्था रहे। जिले के सभी चिकित्सा संस्थानों की जांच कराकर सुनिश्चित किया जाए कि वार्डों में कूलर आदि चालू स्थिति में हों, मरीजों व परिजनों के लिए पेयजल की व्यवस्था रहे। साथ ही शौचालयों सहित वार्डों की साफ-सफाई भी सुनिश्चित की जाए। बैठक में एसई पीडब्ल्यूडी सिटी राजीव अग्रवाल, एसई ग्रामीण अनिल गर्ग, एक्सईएन पीएचईडी ललित नागौरी सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/ सुनीता/ईश्वर

   

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