बिजली समस्या पर भडक़े बार्डऱ किसान युनियन

 विजयपुर। स्टेट समाचार 
 बिजली की अनियमित कटौती, कम वोलटेज, नहरों में सूखा सहित अन्य समस्याऔं के सताए सीमांत किसानों ने बुधवार को एक बैनर तले एकत्रित होकर अपनी मांगों की आवाज बुलंद की। बार्डऱ किसान युनियन रामगढ़/सांबा के बैनर तले एकत्रित हुए सीमांत किसानों ने तहसील कार्यालय रामगढ़ में अपना धरना-प्रदर्शन भी किया। किसानों के धरने-प्रदर्शन का नेतृत्व युनियन के प्रधान स. मोहन सिंह भट्टी ने किया। उनके साथ युनियन के अन्य पदाधिकारी, सदस्य व दर्जनों किसान सदस्य शामिल रहे। किसानों की समस्याऔं को उजागर करते हुए युनियन के प्रधान स. मोहन सिंह भट्टी ने कहा कि रबी सीजन की फसल कटाई के बाद अब जैसे ही खरीफ सीजन की शुरूआत हुई है, उसके साथ ही बिजली की अनियमित कटौती, कम-वोलटेज, नहरों का सूखा जैसी अनगिनत समस्याएं पैदा हो गई हैं। किसान खरीफ सीजन की फसल लगाने के लिए पनीरी लगाना चाहते हैं, लेकिन खेतों की सिंचाई न होने से उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। वहीं नहरों में पानी की जगह जमां गंदगी से किसानों तक इसकी सप्लाई नहीं पहुंच पाती। उन्होंने कहा कि अगर किसानों को बिजली-पानी ही नहीं मिलेगा, तो वो अपनी फसलें कैसे लगा पाएंगे। उधर अपनी अन्य मांगों में उन्होंने किसानों के पंपसैट बिजली किरायों में सरकार से छूट देने की मांग भी रखी। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय सीमा के जीरो लाइन से 135 फीट तक बढ़ाए जा रहे सुरक्षा बांध दायरे में आने वाली किसानों की उपजाऊ जमींनों का मुआवजा भी नहीं दिया जा रहा। सरकारी आदेशानुसार सिर्फ मालिकाना हक रखने वाले किसानों को ही उन जमींनों का मुआवजा मिलेगा, लेकिन जो अलाटी किसान हैं, उनको कुछ मुआवजा नहीं मिल रहा। भट्टी ने कहा कि जो किसान सीमावर्ती क्षेत्रों में बसे हैं वो विस्थापित हैं और सरकार ने ही उनको खेती के लिए जमींनें अलाट की हैं। ऐसे में उनको उन्हीं जमींनों का मुआवजा न मिलना एक धौखा है, जिसे बर्दाशत नहीं किया जाएगा। अपनी समस्याऔं व मांगों को लेकर एकत्रित हुए किसानों ने सरकार व प्रशासन के मनमाने नियंमों के खिलाफ नारेवाजी भी की। साथ ही कहा कि अगर जल्द उनकी समस्याएं व मांगें पूरी नहीं हुईं, तो उनको अंदोलना का रास्ता चुनना मजबूरी बन जाएगा। इन्हीं मांगों व समस्याऔं भरा लिखित ज्ञापन बार्डऱ किसान युनियन ने तहसीलदार रामगढ़ के माध्यम से उपराज्यपाल जम्मू तक पहुंचाया।
 

   

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