श्रीराम जन्मभूमि में ढांचा ढहते वक्त का संकल्प हुआ परिपूर्ण : स्वामीनाथ शर्मा

श्रीराम जन्मभूमि में ढांचा ढहते वक्त का संकल्प हुआ परिपूर्ण
श्रीराम जन्मभूमि में ढांचा ढहते वक्त का संकल्प हुआ परिपूर्ण
श्रीराम जन्मभूमि में ढांचा ढहते वक्त का संकल्प हुआ परिपूर्ण
श्रीराम जन्मभूमि में ढांचा ढहते वक्त का संकल्प हुआ परिपूर्ण
श्रीराम जन्मभूमि में ढांचा ढहते वक्त का संकल्प हुआ परिपूर्ण
श्रीराम जन्मभूमि में ढांचा ढहते वक्त का संकल्प हुआ परिपूर्ण
श्रीराम जन्मभूमि में ढांचा ढहते वक्त का संकल्प हुआ परिपूर्ण

अयोध्या, 23 मई (हि.स.)। ढांचा ढहने के वक्त मौजूद एक वेदपाठी श्रद्धालु का श्री रामलला के सम्मुख वाल्मीकि रामायण के राम जन्म प्रसंग के पारायण का संकल्प आज बैसाखी पूर्णिमा पर परिपूर्ण हुआ।

उल्लेखनीय है कि चेन्नई निवासी स्वामीनाथ शर्मा वेदपाठी होने के साथ वेद पाठशाला भी चलाते हैं। स्वामीनाथ के शिष्य गुरुमूर्ति के अनुसार स्वामीनाथ प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर भी अयोध्या आए थे, पर श्रद्धालुओं की अत्यधिक संख्या देख संकल्प पूर्ति की तिथि निर्धारित नहीं की थी।

अब उचित समय देख पूर्णिमा को 101 श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर के यज्ञ स्थल में वाल्मीकि रामायण के बालकाण्ड के श्री राम जन्म वाले 18 वें सर्ग का पाठ किया। इसमें 50 पुरुष, 45 महिलाएं व शेष बालक-बालिकाएं थीं। पूर्णिमा के दिन आज सरयू स्नान के बाद सुबह होने वाले पारायण के लिए गुरुमूर्ति के साथ श्रीनिवास ने ट्रष्ट के वरिष्ठ सदस्य डॉ. अनिल मिश्र से भेंट कर पारायण के रूपरेखा पर चर्चा की थी। बाद में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चम्पत राय ने भी स्वामी नाथ का संकल्प जानकर उन्हें टोली समेत यज्ञशाला में उक्त पारायण के निमित्त सभी व्यवस्थाएं कीं।

इस मौके पर ट्रस्ट के महामंत्री चम्पत राय का अभिनंदन भी किया गया। ट्रस्टी डॉ अनिल मिश्र ने भी कार्यक्रम में भागीदारी की।

हिन्दुस्थान समाचार/पवन पाण्डेय/राजेश

   

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