जम्मू-कश्मीर में गाय तस्करी गतिविधियों में वृद्धि पर गंभीर चिंता जताई

जम्मू, 27 मई (हि.स.)। अखिल भारतीय गौशाला रिसर्च फाउंडेशन, एबीजीआरएफ, जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश की कोर कमेटी ने सोमवार को एडवोकेट पीएस चंदेल, प्रभारी एबीजीआरएफ, जम्मू-कश्मीर यूटी की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई। बैठक में गौ तस्करी, हर जिले में गौशालाओं की स्थापना और समुदाय के भीतर जागरूकता बढ़ाने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया गया।

बैठक में बोलते हुए, एडवोकेट चंदेल ने गाय तस्करी गतिविधियों में हालिया वृद्धि पर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने इस अवैध कारोबार के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, हाल के दिनों में गाय की तस्करी चिंताजनक रूप से बढ़ी है। चूंकि गाय हिंदू धर्म में देवता के रूप में पूजनीय है, इसलिए हमारा संगठन तस्करी के ऐसे कृत्यों को बर्दाश्त नहीं करेगा। हमें गौमाता की रक्षा करनी चाहिए क्योंकि इसका गहरा धार्मिक महत्व है।

प्रदेश अध्यक्ष विकास भारद्वाज ने उचित जांच के बिना गायों को स्थानांतरित करने की अनुमति देने की सरकार की प्रथा पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, बिना गहन जांच के जारी की जा रही अनुमतियां अस्वीकार्य हैं। हमारा संगठन इस प्रथा की निंदा करता है। उन्होंने खासकर कठुआ के उपायुक्त से गोवंश तस्करी के जघन्य अपराध में शामिल राष्ट्रविरोधी तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि गौमाता का मुद्दा हिंदुओं की भावनाओं से गहराई से जुड़ा हुआ है और हम प्रशासन से ठोस कदम उठाने की मांग करते हैं।'' इसी बीच कोर कमेटी के सदस्यों ने गौ संरक्षण के महत्व और हर जिले में गौशालाओं की स्थापना के बारे में सामुदायिक जागरूकता बढ़ाने की रणनीतियों पर भी चर्चा की।

हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान

   

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