उत्तरकाशी के सालरा गांव में जल जीवन मिशन योजना परवान चढ़ती तो गांव की प्यास और आग जरूर बुझती

सालरा गांव में जल जीवन मिशन योजना प्रवान चढ़ती तो , गांव की प्यास और आग  जरूर बुझती ।।सालरा गांव में जल जीवन मिशन योजना प्रवान चढ़ती तो , गांव की प्यास और आग  जरूर बुझती ।।

-वन विभाग की अनुमति न मिलने से अधर में लटकी सालरा जल जीवन मिशन योजना

उत्तरकाशी, 28 मई (हि.स.)। सोमवार को जनपद के दूरस्थ विकास खंड मोरी के सालरा गांव में हुई आग की घटना ने भारत सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना हर घर जल ,हर घर नल की पोल खोल के रख दी है। यदि ये स्कीम धरातल पर उतरी होती तो सालरा गांव की प्यास भी बुझती और करीब एक दर्जन घर जलकर राख नहीं होते।

एसडीआरएफ और राजस्व टीम ने माना कि यदि गांव में पानी दूर नहीं होता तो ग्रामीणों का इतना बड़ा नुक्सान नहीं होता। ग्रामीणों को दूर से पानी लाने में बहुत समय लगा, यही वजह रही कि एक दर्जन घर अग्निकांड की भेंट चढ़ गए।

गौरतलब है कि सालरा गांव के लोग आज भी सड़क, संचार, पानी, स्वस्थ्य जैसी सुविधाओं से वंचित हैं। यदि गांव में जल जीवन मिशन की योजना धरातल पर उतर चुकी होती तो इतने बड़े नुकसान को रोका जा सकता था ।

इस मामले में उपजिलाधिकारी पुरोला देवानंद शर्मा ने बताया कि पानी की समस्या को लेकर जिलाधिकारी ने गंभीरता से लिया है। डीएम के निर्देश पर जल संस्थान के अधिशासी अभियंता मौके पर पहुंच गए हैं ।

उधर कार्य दायी संस्था “जल संस्थान” के अधिशासी अभियन्ता ने बताया कि ग्रामसभा की पेयजल योजना का स्त्रोत गांव से 25 किलोमीटर दूर है। अभी तक 12 किलोमीटर पाइप लाइन बिछ चुकी है ,लेकिन उससे आगे फॉरेस्ट द्वारा क्लियरेंस नहीं मिला है।

हिन्दुस्थान समाचार/ चिरंजीव सेमवाल /रामानुज

   

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