तम्बाकू के उपयोग से बचें युवा : डा. वेद प्रकाश

लखनऊ, 30 मई (हि.स.)। युवाओं को तम्बाकू के उपयोग से बचना चाहिए। कैंसर की बीमारी का प्रमुख कारण तम्बाकू है। कैंसर से संबंधित सभी मौतों का लगभग 22 प्रतिशत है। वहीं धूम्रपान करने वालों को बांझपन का खतरा 60 प्रतिशत अधिक होता है। इसके अलावा महिला प्रजनन क्षमता में 30 प्रतिशत की कमी होती है और गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान करने से 20-30 प्रतिशत कम वजन वाले बच्चे पैदा होते हैं। धूम्रपान करने से 14 प्रतिशत समय से पहले बच्चे का जन्म होता है और 10 प्रतिशत गर्भावस्था में शिशु मृत्यु होती है। यह जानकारी किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के पल्मोनरी क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डा. वेद प्रकाश ने दी।

डा. वेद प्रकाश ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, तम्बाकू के सेवन से दुनिया भर भर में अनुमानतः 80 लाख से अधिक मौते होती हैं और ये मौतें ऐसी ही कि जिन्हें तम्बाकू के निषेध से रोका जा सकता है। भारत में 26 करोड़ लोग तम्बाकू का सेवन करते हैं जिसमें लगभग 29 प्रतिशत नवयुवक एवं नवयुवतियां साम्मलित हैं। भारत में लगभग 30 प्रतिशत कैंसर तंबाकू के सेवन की वजह से होता है।

तम्बाकू सेवन से नुकसान

लगातार खांसी

सांस लेने में कठिनाई

छाती में दर्द

शारीरिक फिटनेस में कमी

दांत और उंगलियां पीले पड़ना

सांसों की दुर्गंध

स्वाद और गंध की अनुभूति कम होना

मुंह के कैंसर का खतरा

हिन्दुस्थान समाचार/बृजनन्दन/राजेश

   

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