खाद्य सुरक्षा में डेयरी क्षेत्र का योगदान अहम : कुलपति वर्मा

लुवास ने सांस्कृतिक एवं साहित्यिक कार्यक्रम आयोजित कर मनाया विश्व दुग्ध दिवस

हिसार, 1 जून (हि.स.)। विश्व दुग्ध दिवस के अवसर पर लुवास के वेटरनरी सभागार में डेयरी साइंस कॉलेज की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शनिवार को आयोजित इस कार्यक्रम में कुलपति प्रो. (डॉ.) विनोद कुमार वर्मा मुख्य अतिथि व छात्र कल्याण निदेशक डॉ. पवन कुमार विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। डेयरी साइंस कॉलेज के अधिष्ठाता डॉ. सज्जन सिहाग ने मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि का स्वागत किया।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो. डॉ. वर्मा ने विश्व दुग्ध दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा में डेयरी क्षेत्र का योगदान अहम है, और बढ़ती जनसंख्या के कारण भोजन की मांग बढ़ने से इसका महत्व और भी अधिक हो जाता है। यह बिंदु डेयरी क्षेत्र के लिए अपनी क्षमता को उजागर करने और देश की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर पैदा करता है। डॉ. वर्मा ने कहा कि उत्पादन बढ़ाना चुनौतियों के साथ आता है जिसमें सबसे प्रमुख है सुरक्षित भोजन का उत्पादन जो परिरक्षकों और रोगाणुरोधी से मुक्त हो। इस अवसर पर उन्होंने विश्व दुग्ध दिवस के अंतर्गत चल रही विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए और उन्होंने पुरस्कार प्राप्त करने वाले छात्रों और भाग लेने वाले छात्रों को भी बधाई दी।

कार्यक्रम में राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. अनिल कुमार पूनिया ने कार्यात्मक डेयरी खाद्य पदार्थों के साथ अपनी स्वास्थ्य क्षमता को अनलॉक करें विषय पर एक व्याख्यान दिया गया। कार्यक्रम में स्नातकोत्तर अधिष्ठाता डॉ. मनोज रोज ने छात्रों और शिक्षकों की उद्यमिता और नवाचार कौशल को बढ़ावा देने के लिए संस्थागत नवाचार परिषद द्वारा आयोजित गतिविधियों के बारे में बताया।

अधिष्ठाता डेयरी साइंस कॉलेज डॉ. सज्जन सिहाग ने बताया कि एक जून को विश्व दुग्ध दिवस का आयोजन डेयरी सेक्टर में काम करने वालों के प्रति आभार प्रकट करने एवं दुग्ध का सेवन बढ़ाने को प्रोत्साहित करने के लिए किया जाता है। इस साल विश्व दुग्ध दिवस की थीम जो कि “दुनिया को पोषण देने के लिए गुणवत्तापूर्ण पोषण प्रदान करने में डेयरी की महत्वपूर्ण भूमिका का जश्न मनाना” है के अंतर्गत डेयरी साइंस कॉलेज द्वारा भाषण प्रतियोगिता, पोस्टर मेकिंग, रंगोली और फोटोग्राफी प्रतियोगिताएं आयोजित की गई।

आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेताओं में पोस्टर-प्रतियोगिता की कॉलेज श्रेणी में आर्ची, अनीशा और दिशा को और स्कूल श्रेणी में रुचि और वान्या को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया। रंगोली प्रतियोगिता में प्रीती व पिकनिक को प्रथम, आशु व सरीना को द्वितीय व मन्शु और आर्ची को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। भाषण प्रतियोगिता में अंशुला, धीरज, अंकित और अनीशा को उनकी वाक्पटुता और प्रेरक प्रस्तुतियों के लिए सम्मानित किया गया। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार प्रियंका, इंदु यादव एवं सिकंदर को मिला, द्वितीय स्थान योगेश, श्वेता एवं पूजा को तथा तृतीय स्थान अनीशा, पिकनिक एवं प्रीति को प्राप्त हुआ। इसके अतिरिक्त, फोटोग्राफी प्रतियोगिता में प्रीति, मोक्ष, विक्की और एंग्लेना को पुरस्कृत किया गया।

इस मौके पर कुलसचिव डॉ. एसएस ढाका, पशु चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. गुलशन नारंग, केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर के निदेशक डॉ. एके तोमर, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक एवं छात्र उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव

   

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