सांवलियाजी मंदिर में हुआ हवन, शुरू हुआ स्वर्ण कलशारोहण पाटोत्सव

चित्तौड़गढ़, 20 जून (हिस)। जिले के प्रख्यात कृष्णधाम श्री सांवलियाजी मंदिर में स्वर्ण कलशारोहण का पाटोत्सव गुरुवार को शुरू हुआ। एक दिवसीय आयोजन में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह से धार्मिक आयोजन की धूम शुरू हुई। मंदिर में फूलों की आकर्षक सजावट देखते ही बन रही थी। वहीं मंदिर परिसर में हवन किया जाकर विश्व शांति और अच्छी बरसात के लिए आहुतियां दी गई। बाद में मंदिर के शिखर पर ध्वजा बदली गई। इस दौरान मंदिर बोर्ड पदाधिकारियों के अलावा बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।

चित्तौड़गढ़ जिले के मंडफिया स्थित श्री सांवलियाजी मंदिर में स्वर्ण कलशारोहण पाटोत्सव के तहत विशेष श्रृंगार किया गया। कोलकात्ता से मंगवाए फूलों से मंदिर परिसर और बाहर की और श्रृंगार किया गया था। सुबह मंगला आरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े। भगवान सांवलिया सेठ का विशेष श्रृंगार किया गया। सुबह सवा आठ बजे हवन शुरू हुआ। इस दौरान श्री सांवलियाजी मंदिर मंडल के सीईईओ एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार, बोर्ड चेयरमैन भैरुलाल गुर्जर, सदस्य अशोक शर्मा, संजय मंडोवरा, ममतेश शर्मा, भैरूलाल, प्रशासनिक अधिकारी घनश्याम जरवाल, मंदिर प्रभारी राजेंद्र शर्मा आदि मौजूद रहे। पंडित विश्वनाथ आमेटा व गुरुकुल के विद्यार्थियों ने हवन करवाया। सुबह सवा ग्यारह बजे राजभोग आरती के समापन पर मंदिर के शिखर पर ध्वजा बदली गई। इस दौरान ड्रोन से पुष्प वर्षा भी की गई। पाटोत्सव के तहत गुरुवार दोपहर में भगवान सांवलिया सेठ को 56 भोग धराया जाएगा। इसके लिए दोपहर सवा तीन बजे यशोदा विहार धर्मशाला से बैंडबाजों के साथ जुलूस के रूप में 56 भोग लेकर मंदिर पहुंचेंगे। शाम को श्रद्धालुओं के लिए महा प्रसादी का आयोजन तथा रात को भजन संध्या होगी। पाटोत्सव को लेकर अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार ने बताया कि स्वर्ण कलशारोहण का पाटोत्सव धूमधाम से मनाया गया है। इसे भव्य रूप देने का प्रयास किया गया। सुबह प्रभातफेरी का आयोजन किया गया। इसके बाद लगातार धार्मिक आयोजन का दौर जारी रहा।

हिंदुस्थान समाचार/अखिल/संदीप

   

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