नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्कः बाघिन रानी से जन्मे एक शावक नर बाघ की मौत

जयपुर, 2 जून (हि.स.)। नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में दस मई को बाघिन रानी से जन्मे तीन शावकों में से एक शावक की रविवार को मौत हो गई। वन विभाग की टीम ने पोस्टमॉर्टम कर शव का अंतिम संस्कार कर दिया। विभाग की शुरुआती जांच में मौत का कारण शावक की मौत हृदयघात से होना बताया गया है।

डीसीएफ जगदीश गुप्ता के मुताबिक नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में रहवास कर रही मादा बाघिन रानी ने दस मई को तीन शावकों को जन्म दिया था। इनमें से एक शावक नर बाघ की रविवार सुबह अचानक मौत हो गई। शावकों का बाघिन की ओर से पूर्ण रूप से पालन-पोषण किया जा रहा था। मादा बाघिन और अन्य दो शावक सफेद और सुनहरा पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं। मृत शावक का पॉली क्लिनिक जयपुर की ओर से गठित मेडिकल बोर्ड की ओर से पोस्टमार्टम की करके अंतिम संस्कार कर दिया गया है। मेडिकल बोर्ड की ओर से शावक की मृत्यु प्रथम दृष्टया हृदयाघात होना बताया गया है। शावक की मौत होने से वन्यजीव प्रेमियों और वन विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों में शोक का माहौल बन गया है।

मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक पीके उपाध्यक्ष ने बताया कि नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में हुई शावक की मौत काफी दुखद है। इस पूरे मामले की जांच करवाई जाएगी। अगर इसमें कोई भी दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

जानकारी के अनुार मार्च 2021 में बाघिन रानी को ओडिशा के नंदनकानन चिड़ियाघर से जयपुर नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क लाया गया था। वहीं जुलाई 2022 में ग्वालियर के गांधी जूलॉजिकल पार्क से बाघ शिवाजी को नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क लाया गया था। रानी और शिवाजी का जोड़ा बनाया गया था।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश सैनी/प्रभात

   

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