सरकार प्रायोजित एग्जिट पोल्स झूठे,मनोवैज्ञानिक दबाव की एक रणनीति मात्र:अजय राय

—कार्यकर्ता हार जीत की चिन्ता छोड़ अपना पूरा ध्यान मतगणना कराने के दायित्व पर अंत तक केन्द्रित रखें

वाराणसी,03 जून (हि.स.)। लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन के वाराणसी प्रत्याशी उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने अलग-अलग एजेंसियों के एग्जिट पोल के नतीजों पर सवाल उठाया है। एग्जिट पोल के नतीजों को झूठा बताते हुए अजय राय ने कहा कि सरकार प्रायोजित एग्जिट पोल्स महाभारत की तरह चुनावी युद्ध के मतगणना का अंतिम 7वां द्वार छल से जीतने के मनोवैज्ञानिक दबाव की एक रणनीति मात्र है। इंडिया गठबंधन के मतगणना अभिकर्ता एकाग्रता एवं तन्मयता से मतगणना के अंतिम क्षण तक स्वच्छ पारदर्शी गणना के लिए जूझेंगे । और सरकार प्रायोजित एग्जिट पोल रणनीति को विफल कर इंडिया सरकार के लिये मिले जनादेश को साकार परिणाम तक पहुंचायेंगे।

सोमवार को लहुराबीर महामण्डल नगर स्थित अपने केन्द्रीय चुनाव कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान अजय राय ने एग्जिट पोल के बहाने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकारी एग्जिट पोल पूरी तरह आंख में धूल झोंक कर अधिकारियों को धौंस में लेने तथा विपक्ष एवं उनके मतगणना अभिकर्ताओं को मानसिक दबाव बनाकर हताश मानस के साथ मतगणना में खड़े करने की रणनीति का हिस्सा है। चुनाव और मतगणना को लेकर सट्टा बाजार में भारी धन लगा हुआ है, इसलिए बाजार और सरकार की यह बेईमान इरादों की साझी रणनीति है, जो एक तरह का मैच फिक्सिंग खेल है। अजय राय ने कहा कि 58 करोड़ लोगों ने वोट डाला है और भारत के विविधता भरे मतदान का आंकलन एग्जिट पोल सर्वे करने वाली एजेंसियां महज साढ़े तीन लाख कथित सैंपल के आधार पर प्रोसेस कर आंखों में धूल झोंक रही हैं। सबसे बड़ी बात कि आखिरी चरण के 57 सीटों का मतदान पूरी तरह खत्म भी नहीं हुआ था कि तब तक बने बनाये एग्जिट पोल आंकड़े देश में परोस दिये गये। मतदान के बाद सारे आंकड़े को प्रोसेस करने में कुछ घंटे तो दूर कुछ मिनट भी नहीं लगाये। परिणाम भी इस कदर बढ़ा चढ़ा कर बताये कि अधिकारी एवं विपक्षी यह मानकर मतगणना स्थल पर काम शुरू करें कि कुछ कम भी होगा, तब भी भाजपा सरकार ही बननी है। इस मानसिक दबिश में विपक्षी एजेंट विचलित मानस से खड़े हों एवं कुछ देर बाद हट जाएं और अधिकारियों पर दबाव बनाकर मतगणना में धांधली हो सके। उन्होंने कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश में जरूरी है कि इंडिया गठबंधन के मतगणना अभिकर्ता हर हाल में अंतिम वोट गिने जाने तक एकाग्रता से मुस्तैद खड़े रहकर काम करें। ईवीएम सामने आये तो उसकी सील की जांच एवं उसके नंबर की मिलान तथा निकले कुल मतों का मिलान उस बूथ के फार्म 17-सी से करें। सभी प्रत्याशियों को मिले वोट अपनी स्लिप पर अंकित करें। कार्यकर्ता हार जीत की चिन्ता छोड़ अपना पूरा ध्यान मतगणना कराने के दायित्व पर अंत तक केन्द्रित रखें। वार्ता में वरिष्ठ कांग्रेस के नेता सतीश चौबे, पूर्व विधायक अब्दुल समद अंसारी, प्रो.सतीश राय, सपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा, शैलेंद्र सिंह, वरिष्ठ सपा नेता अनवारूल हक अंसारी, सादाब अशरफ, शमीम अंसारी,शैलेन्द्र सिंह, डॉ नृपेंद्र नारायण सिंह आदि मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/सियाराम

   

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