विष्णु के सुशासन में रिपोर्ट नहीं, रिजल्ट चाहिए : स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल

स्वास्थ्य मंत्री ने मैराथन बैठक लेकर की समीक्षा, आचार संहिता खत्म होते ही छत्तीसगढ़ में सरकार का काम शुरू

रायपुर, 7 जून (हि.स.)। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने आज शुक्रवार को मंत्रालय में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ मैराथन बैठक लेकर विभाग के कामकाज की समीक्षा की। जायसवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव के नेतृत्व में स्वास्थ्य सुविधाओं में लगातार इजाफा किया जा रहा है और सभी मेडिकल कालेज तथा जिला अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। जायसवाल ने अधिकारियों को कहा है कि विष्णु के सुशासन में उन्हें रिपोर्ट नहीं बल्कि रिजल्ट चाहिए ताकि राज्य की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं निरंतर मिलती रहें।

जायसवाल ने कहा कि राज्य मे स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार के लिए ये आवश्यक नहीं है कि बजट की उपलब्धता रहे, बल्कि आवश्यक ये है कि मजबूत इच्छाशक्ति हो, हमें ऐसा काम करना है जिससे लोगों के मन में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर सकारात्मक भाव आए।

मलेरिया और सिकल सेल एनीमिया की रोकथाम के लिए स्थानीय स्तर पर जागरूकता की आवश्यकता

स्वास्थ्य मंत्री ने मलेरिया और सिकल सेल एनीमिया जैसी बीमारियों के बारे में बात करते हुए कहा है कि इसको लेकर समाज में जागरूकता लाने की आवश्यकता है। इसके लिए जिन क्षेत्रों में इन बीमारियों का संक्रेंद्रण ज्यादा है वहां ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार कर लोगों को इनसे बचने के तरीकों के बारे में जागरूक किया जाए।

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने समीक्षा बैठक में विभागीय बजट का आंकलन करते हुए उसे अनुपूरक बजट में शामिल करने के प्रस्ताव पर विस्तार पूर्वक चर्चा की। इसके साथ ही नियमित बजट में पारित कार्यो की भी समीक्षा की।

जायसवाल ने विभागीय समीक्षा बैठक में चिकित्सकों एवं निचले स्टाफ की पदस्थापना को लेकर चर्चा की और रिक्त पदों को जल्द से जल्द व्यापम एवं पीएससी के माध्यम से भरे जाने के निर्देश दिए।

सुपेबेड़ा में डायलिसिस सेंटर, राज्य में माडल नेफ्रोलाजी सेंटर खोलने की अनुशंसा

स्वास्थ्य मंत्री ने सुपेबेड़ा में किडनी की बीमारी को ध्यान में रखते हुए वहां एक अत्याधुनिक डायलिसिस सेंटर खोलने की अनुशंसा की है। सुपेबेड़ा में बीमार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने और बीमारी के कारणों का पता लगाने के लिए एक कमेटी भी बनाई गई है। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने सुपेबेड़ा में उत्कृष्ट डायलिसिस सेंटर खोलने की अनुशसा की है ताकि वहां के मरीजों को त्वरित लाभ मिल सके। इसके साथ ही जायसवाल ने राज्य भर के किडनी के मरीजों के बेहतर इलाज के लिए राज्य में एक माडल नेफ्रोलाजी सेंटर खोलने की भी अनुशंसा की है।

एनीमिया की दवाइयों के सैंपल की करें रैंडम जांच : जायसवाल

राज्य के अस्पतालों में दवाइयों की उपलब्धता की चर्चा करते हुए श्याम बिहारी जायसवाल ने अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ ही जायसवाल ने विभाग को निर्देशित किया है कि एनीमिया की बीमारी को ठीक करने के लिए उपलब्ध दवाइयों के सैंपल की अलग-अलग लेबोरेट्री में रैंडम जांच की जाए ताकि इस जरूरी दवा की गुणवत्ता को जांचा परखा जा सके।

समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव मनोज पिंगुआ, स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव चंदन कुमार, एनएचएम के एमडी जगदीश सोनकर, आयुक्त सह संचालक ऋतुराज रघुवंशी, नियंत्रक खाद्य एवं औषधि विभाग कुलदीप शर्मा, संचालक आयुष इफ्फत आरा, सीजीएमएससी एमडी पद्मिनी भोई साहू समेत विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार/ गायत्री प्रसाद

   

सम्बंधित खबर