धमतरी : श्रद्धापूर्वक मनाया जा रहा स्वामी टेऊंराम महाराज का वर्सी उत्सवप्रेम प्रकाश आश्रम में हो रहे आयोजन

प्रेम प्रकाश आश्रम में हो रहे आयोजन

धमतरी 8 जून (हि. स.)। प्रेम प्रकाश मंडलाचार्य सद्गुरु स्वामी टेऊंराम महाराज का 82 वां वर्सी उत्सव प्रेम प्रकाश आश्रम में श्रद्धापूर्वक मनाया जा रहा है। प्रथम दिवस शनिवार को चेन्नई तमिलनाडु के संत जीतूराम एवं आश्रम के संत लोकेश ने मिलकर श्रीमद् भगवत गीता एवं प्रेम प्रकाश ग्रंथ के पाठों का विधिवत पूजा अर्चना कर प्रारंभ कर उत्सव का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर संत जीतूराम ने स्वामी टेऊंराम महाराज की महिमा का गुणगान करते हुए सिंध के मशहूर कवि स्वामी पहलाजराम साहब द्वारा रचित भजन का गायन करते हुए बताया कि स्वामी टेऊंराम महाराज लोक कल्याण के लिए ईश्वर के नित अवतार के रूप में जन्म लेकर बहुत ही अल्प आयु मात्र 55 वर्ष में लोगों का कल्याण करते हुए अपने दैहिक रूप का त्याग किया। वे आज भी ईश्वरीय शक्ति के रूप में सम्पूर्ण विश्व में चर अचर सभी जीवों में व्याप्त हैं।

स्वामी टेऊंराम महाराज साक्षी चेतन की अमर ज्योति की तरह ज्ञान के प्रकाश से विश्व में उजाला फैला रहे हैं, जीवों का कल्याण कर रहे हैं जिसे प्रेम व श्रद्धा से कोई भी अनुभव कर सकता है। उनके पीछे आज भी शिष्य उनके उपदेशों पर चलते हुए परोपकार के कार्यों को करने में लीन हैं। उनके आश्रमों में भजन व भोजन के अखंड भंडारे चल रहे हैं। स्वामी टेऊंराम महाराज की अनुभूति श्रद्धा प्रेम व विश्वास से भरी दृष्टि से आसानी की जा सकती है। वहीं आश्रम के संत लोकेश ने कहा कि जिसकी रक्षा स्वयं भगवान करता है उसका कोई भी बाल बांका नहीं कर सकता है।

भक्त प्रहलाद, मीरा, के दृष्टांत, एवं मगरमच्छ से हाथी की रक्षा का उदाहरण देते हुए बताया है कि कैसे प्रभु ने इनकी रक्षा की साथ ही यह भी बताया है कि आचार्य जी भी जब भक्ति में लीन थे तब उनके ऊपर जो अनेक विपदाएं आईं। उनका भगवान ने लक्ष्मीनारायण के रुप में रक्षा की एवं जंगल में भूखे प्यासे रहकर तपती रेत पर ध्यान करने में सुगमता प्रदान की। चालीसा महोत्सव के पांचवे दिन के चालीसा पाठ के कार्यक्रम का आयोजन किशोर कुमार एवं राजेश कुमार परिवार द्वारा किया गया।

हिंदुस्थान समाचार/रोशन

   

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