कश्मीरी पंडितों ने ज्येष्ठ अष्टमी के अवसर पर माता खीर भवानी मंदिर में माथा टेका

गांदरबल, 14 जून (हि.स.)। शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले के तुलमुल्ला में बड़ी संख्या में कश्मीरी पंडितों ने ज्येष्ठ अष्टमी के अवसर पर खीर भवानी मंदिर में माथा टेका।

श्रीनगर शहर से 27 किलोमीटर दूर तुलमुल्ला में मंदिर में सांप्रदायिक सद्भाव के दृश्य देखे गए। 5000 से अधिक पंडित कड़ी सुरक्षा के बीच बसों में जम्मू से गांदरबल पहुंचे, जबकि देश के अन्य हिस्सों और गांदरबल जिले के आस-पास के गांवों से कई लोगों ने तुलमुल्ला में खीर भवानी या रागन्या देवी मंदिर में पूजा की।

भक्तों ने ज्येष्ठ अष्टमी उत्सव के अनुष्ठान के रूप में मंदिर के पास सैकड़ों दीप जलाए और रात भर की प्रार्थना में भाग लिया और जम्मू-कश्मीर की शांति और समृद्धि की कामना की। मंदिर में दर्शन करने वाली एक कश्मीरी पंडित महिला ने मीडियाकर्मियों से कहा कि कश्मीर इसलिए महत्वपूर्ण नहीं है, क्योंकि यह हमारा जन्म स्थान है, बल्कि यह एक ऐसा स्थान है जो धार्मिक उत्साह में लोकप्रिय है।

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने इस अवसर पर कश्मीरी पंडितों को बधाई देते हुए कहा कि सदियों से मेला खीर भवानी का उत्सव राज्य में सद्भाव और भाईचारे का प्रतीक रहा है और समाज के विभिन्न वर्गों के बीच एकजुटता के बंधन को मजबूत करने की आवश्यकता है। उन्होंने पंडित समुदाय से प्रदेश में शांति के लिए प्रार्थना करने का भी आग्रह किया और कामना की कि यह दिन जम्मू और कश्मीर में खुशी और शांति का अग्रदूत हो।

नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने इस अवसर पर कश्मीरी पंडितों को शुभकामनाएं दीं। उमर ने एक्स पर पोस्ट किया कि हर जगह कश्मीरी पंडितों को ज्येष्ठ अष्टमी मुबारक। माता आपकी सभी प्रार्थनाओं को स्वीकार करें और आपको भरपूर आशीर्वाद दें। कईं सामाजिक और राजनीतिक नेताओं ने भी कश्मीरी पंडितों को शुभकामनाएं दी हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/बलवान/सुनीत

   

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