फतेहाबाद में दो सप्ताह पहले जेल से आये गैंगस्टर की गोली मारकर हत्या

फतेहाबाद। फायरिंग के बाद मौके पर जांच पड़ताल करते पुलिस कर्मचारी।

फतेहाबाद, 16 जून (हि.स.)। शहर की मातूराम कालोनी रोड पर शनिवार देर शाम कार सवार कुख्यात बलराज उर्फ गोली पर बाईक सवार युवकों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस हमले में बलराज के पेट में एक गोली लगी और उसने रविवार सुबह हिसार के निजी अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।

घटना के समय बलराज की पत्नी भी उसके साथ गाड़ी में सवार थी लेकिन वह बच गई। डॉक्टरों के अनुसार गोली युवक की छाती के पास से होते हुए आंत में जा फंसी थी। बताया जाता है कि मृतक बलराज पर 27 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज थे, जिनमें से वह कुछ में बरी हो चुका था।

करीब दो सप्ताह पहले ही वह जमानत पर जेल से बाहर आया था। इस मामले में पुलिस ने जांच तेज करते हुए गोली मारने वालों की पहचान कर ली है। पुलिस ने सिरसा जिले के गांव बनसुधार निवासी संजय और खेमा खाती चौक फतेहाबाद निवासी विकास के खिलाफ मामला दर्ज किया है। हत्या की इस वारदात का अभी स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है। फिलहाल इसे दो गुटों के बीच चल रही आपसी रंजिश से जोडक़र देखा जा रहा है।

पुलिस को दी शिकायत में काठमंडी निवासी बलराज उर्फ गोली की पत्नी पूजा ने बताया कि शनिवार शाम को वह अपने पति बलराज उर्फ गोली के साथ स्वामी नगर में अपने प्लाट को देखने के बाद घर की तरफ आ रहे थे। सतीश कॉलोनी के पास बने एक स्कूल के पास पीछे से आए बाइक सवारों ने उनकी गाड़ी में कंडक्टर साइड से शीशे पर फायर किया।

इसके बाद आगे जाकर उसके पति ने गाड़ी रोकी तो दो-तीन युवकों ने पीछा करते हुए उसके पति पर गोलियां चलानी शुरू कर दी।

पूजा ने बताया कि इससे एक गोली उसके पति के पेट में जा लगी। उसके बाद हमलावरों ने उस पर भी फायरिंग की, लेकिन वह बच गई और वह अपने पति को लेकर एक दुकान में घुसकर शटर बंद करके अपनी जान बचाई।

पूजा ने युवकों की पहचान संजय और विकास के रूप में की। इसके बाद हमलावर मौके से फरार हो गए। पूजा ने अन्य लोगों की मदद से बलराज उर्फ गोली को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती करवाया जहां से उसे हिसार रेफर कर दिया गया।

हिसार में उपचार के दौरान रविवार सुबह उसने दम तोड़ दिया। बलराज उर्फ गोली फतेहाबाद में शिवपुरी के पीछे काठमंडी का रहता था। उसके ऊपर 27 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या प्रयास जैसा मामला भी शामिल है। ज्यादातर मामले नशा तस्करी से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं। अधिकतर मामलों में वह बरी हो चुका था।

बताया जा रहा है कि अब वह एनडीपीएस के एक मामले में वह काफी समय से जेल में था। करीब दो सप्ताह पहले ही वह जेल से बाहर आया था। चूंकि युवक का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है, इसलिए माना जा रहा है कि रंजिशन उसकी हत्या की गई है। इस मामले में पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है।

हिन्दुस्थान समाचार/अर्जुन

   

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