ट्रेन दुर्घटना : गति सीमा का उल्लंघन मालगाड़ी ने क्यों किया, संभावित साजिश की जांच में जुटा रेलवे

कोलकाता, 20 जून (हि.स.)। पश्चिम बंगाल में रंगापानी में कंचनजंघा एक्सप्रेस को टक्कर मारने वाली मालगाड़ी के चालक ने तय गति सीमा का उल्लंघन क्यों किया इसकी जांच की जा रही है। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के प्रवक्ता सब्यसाची दे ने यह जानकारी गुरुवार को दी।

सोमवार को हुई इस दुर्घटना की जांच रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) कर रहे हैं। इसमें मालगाड़ी के चालक और कंचनजंघा एक्सप्रेस के गार्ड सहित 10 लोगों की जान चली गई थी। एनएफआर के प्रवक्ता सब्यसाची डे ने कहा कि इस बात की जांच की जा रही है कि चालक ने मालगाड़ी की रफ्तार निर्धारित सीमा से अधिक क्यों की?

उन्होंने कहा कि शायद चालक को कुछ ऐसा हुआ होगा जिसका अभी पता नहीं चल सका है। उन्होंने कहा कि जांच में इसी का पता लगाया जाना है। डे ने कहा कि मालगाड़ी के चालक को टी/ए912 फॉर्म जारी किया गया है। उनके मुताबिक, जब स्वचालित सिग्नलिंग प्रणाली में गड़बड़ी आती है तो नियम पुस्तिका के तहत टी/ए 912 फॉर्म जारी करना बुनियादी प्रोटोकॉल है।

एनएफआर के कटिहार मंडली रेल प्रबंधक (डीआरएम) ने बुधवार को बताया था कि खंड पर स्वचालित सिग्नलिंग प्रणाली और ट्रेन ट्रैकिंग प्रणाली में सुबह करीब 5.15 बजे खराबी आ गई जिसके बाद नियमों के तहत ट्रेन नियंत्रित गति से संचालित की जा रही थी। यह दुर्घटना सुबह करीब नौ बजे रंगापानी में घटी।

उन्होंने कहा कि सीआरएस मालगाड़ी के गंभीर रूप से घायल सहायक चालक मोनू कुमार का बयान तब दर्ज करेगा जब वह ठीक हो जाएगा और बोलने की स्थिति में होगा। वह सबसे अहम गवाहों में शामिल है। उन्होंने कहा कि इसमें कुछ दिन लग सकते हैं। कुमार का सिलीगुड़ी के एक निजी अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।

डीआरएम ने कहा कि गवाहों के बयान दर्ज करने के बाद उनका मिलान किया जाएगा और उसके आधार पर निष्कर्ष निकाल सीआरएस अपनी रिपोर्ट देंगे, जिसमें कुछ समय लग सकता है।

उन्होंने कहा कि प्रभावित खंड में चालकों को जारी मेमो के मुताबिक, ट्रेन को हर लाल सिग्नल पर एक मिनट तक रोकने के बाद 10 से 15 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलाया जाना था। जबकि मालगाड़ी की गति इससे कई गुना ज्यादा थी। यहां साजिश के आशंका है इसलिए इसी एंगल से फिलहाल जांच की जा रही है। हिन्दुस्थान समाचार /ओम प्रकाश /गंगा

   

सम्बंधित खबर