स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण: ग्राम प्रधान व सचिव ने खर्च नहीं की शतप्रतिशत धनराशि

- सीडीओ ने जताई नाराजगी, डीपीआरओ ने संबंधित सचिवों व ग्राम प्रधानों को जारी की अंतिम चेतावनी

मीरजापुर, 21 जून (हि.स.)। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेज दो के तहत वित्तीय वर्ष 2022-23 में चयनित माडल गांवों में कार्ययोजना के तहत स्वीकृत धनराशि व्यय नहीं किया गया है। मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई। उनके निर्देश पर जिला पंचायत राज अधिकारी संतोष कुमार ने संबंधित ग्राम प्रधानों और सचिवों को अंतिम चेतावनी जारी किया है।

डीपीआरओ ने एक सप्ताह में शतप्रतशित धनराशि व्यय नहीं करने पर मिशन निदेशक के निर्देशानुसार जनपद स्तर से लिमिट वापस लेने की चेतावनी भी दी है। कहा कि इसके चलते किसी प्रकार की देनदारी रहने पर संपूर्ण उत्तरदायित्व संबंधित ग्राम प्रधान व सचिव की होगी। इसके लिए संबंधित ग्राम प्रधान व सचिव के विरुद्ध पंचायतीराज अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र भेजा जाएगा।

जनपद के ग्राम पंचायतों में 13 प्रधान व सचिवों ने शतप्रतिशत धनराशि व्यय नहीं किया है। इसमें सहिया राजगढ़ प्रधान निरंजन यादव व सचिव प्रभात शुक्ला, बंजारी कला हलिया ज्योति सिंह व मनोज कुमार, नौगवां हलिया विटोलवा देवी व आलोक भारती, हलिया शिवबाबू सेठ व कौशलेंद्र राय, अक्सौली पहाड़ी प्रधान मंजू देवी व सचिव आलोक श्रीवास्तव, महामलपुर मझवां मुकेश कुमार और अर्चना सिंह, सेमटी मझवां शिव प्रसाद यादव व दुर्गेश उपाध्याय ने धनराशि खर्च नहीं किया है।

वहीं गोधना मझवां में प्रधान राजेंद्र प्रसाद और सचिव अर्चना सिंह, मझवां में अनिल कुमार व संतोष सिंह, भुईली खास जमालपुर में अनीता जायसवाल व राजा प्रसाद, पटेहरा कला में बीनू देवी व प्रिया पांडेय, विजयपुर छानबे में शाहिदा बानो व बृजेश कुमार सिंह तथा नरोईया छानबे में अशोक बिंद व सचिव शरद सिंह को अंतिम चेतावनी जारी किया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/बृजनंदन

   

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