झांसी की 40 बाढ़ चौकियों को बारिश से पूर्व अलर्ट के निर्देश

जिलाधिकारी बैठक में निर्देश देते

झांसी, 21 जून (हि.स.)। जिलाधिकारी अविनाश कुमार की अध्यक्षता में सम्भावित बाढ़ के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य से सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों के साथ शुक्रवार को बैठक सम्पन्न हुई। इस दौरान उन्होंने कहा कि सम्भावित बाढ़ के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य के लिए सभी व्यवस्थाएं चुस्त-दुरूस्त की जाएं। जनपद की 40 बाढ़ चौकियों को पूर्व से ही अलर्ट के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी आपदा के आने से पूर्व व बाद की कार्ययोजना बनाकर जनसमुदाय को राहत पहुंचाना प्रशासन की प्राथमिकता में है। विगत वर्षों में आयी बाढ़ अथवा बांधों से वर्षा जल छोड़े जाने के कारण बाढ़ जैसी स्थिति के अनुभव के आधार पर कितने गांव बाढ़ से प्रभावित हुए थे। सम्बन्धित विभागीय अधिकारी उन गांवों का दौरा एवं गांववालों से सीधा संवाद स्थापित कर उनके द्वारा दिये गये सुझाव के आधार पर राहत एवं बचाव कार्य के लिए पूरी तैयारी चाक-चौबन्द कर ली जाए ताकि यदि बाढ़ भी आ जाती है तो तत्काल बाढ़ पीड़ितों की मदद और सहायता करके उन्हें सुरक्षित किया जा सके।

उन्होंने कहा कि सूचना प्राप्त होते ही ज्यादा से ज्यादा लोगों को सूचनाएं उपलब्ध कराएं ताकि सभी सतर्क हो सके। विगत वर्षों में आयी बाढ़ अथवा बांधों से छोड़े गए पानी के दौरान कितने क्यूसेक पानी बाढ़ में आया था। उसी के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य के सभी तैयारियां चाक चौबन्द कर ली जाए, ताकि सम्भावित बाढ़ यदि आ भी जाती है तो तत्काल प्रभावित गांवों में बाढ़ पीड़ितों को राहत मुहैया करायी जा सके। मौसम वैज्ञानिकों ने इस बार भी सामान्य से अधिक बारिश की सम्भावना व्यक्त की है।

उन्होंने कहा कि जिन बाधों एवं स्पर का कार्य अधूरा है या मरम्मत कार्य चल रहा है उसे युद्ध स्तर पर बरसात से पूर्व ही पूरा कराने का निर्देश दिए हैं। अधिशासी अभियंता बाढ़ कार्य खण्ड को निर्देश दिए कि वे जिले में स्थापित सभी बांधों, स्परों का बारीकी से अपने टीम के साथ निरीक्षण करके बारीकी से देख लें, यदि कहीं मरम्मत की जरूरत है तो तत्काल करवा दें और संवेदनशील बांधों पर पैनी नजर रखें।

उन्होंने बाढ़ खण्ड के अभियंताओं को निर्देश दिए कि सभी बन्धों के उचित स्थान पर पर्याप्त बोल्डर, बालू की बोरी, नाइलान एवं जियायीक्रेट की व्यवस्था करें। उन्होंने विद्युत विभाग के अभियन्ताओं को निर्देश दिया कि बाढ़ क्षेत्र में बिजली के खम्भे एंव तारों को मजबूत करें।

बाढ़ आने की स्थिति में विद्युत आपूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था भी करें। उन्होंने राहत वितरण-खाद्यान्न सामाग्री का पैकेट आदि वितरण के सम्बन्ध में जो व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जानी है उन्हें कर लिया जाए।

जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों, तहसीलदारों, नोडल अधिकारियों एवं बाढ़ चौकी प्रभारियों को निर्देश दिया है कि वे बांधो के घटते-बढ़ते जलस्तर पर पैनी नजर रखते हुए अपने-अपने क्षेत्रों में व्यापक निगरानी रखें। सम्भावित बाढ़ के मद्देनजर नाव और नाविकों की सूची एवं उनका मोबाइल नम्बर, स्कूलों में तैनात रसोईयां, सफाई कर्मी, रोजगार सेवक एवं गांवों में तैनात अन्य कर्मचारियों की भी सूची एवं मोबाइल नम्बर अपडेट रखें, ताकि जरूरत पड़ने पर इन लोगों की सहायता ली जा सके। जनपद झांसी में 40 बाढ़ चौकियां स्थापित है, सभी बाढ़ प्रभावित गांवों के सापेक्ष कुल 41 नाविकों को नामित कर लिया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार/महेश/दीपक/मोहित

   

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