बंगाल के दो नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण को लेकर गतिरोध बरकरार

शीघ्र शपथ ग्रहण के लिए विधानसभा कार्यालय ने राज्यपाल को फिर भेजा पत्र

कोलकाता, 22 जून (हि.स.)। तृणमूल कांग्रेस के दो नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में पश्चिम बंगाल विधानसभा के सचिव के कार्यालय ने राजभवन को शपथ ग्रहण समारोह के लिए शीघ्र मंजूरी देने का अनुरोध करते हुए एक नया पत्र भेजा है।

विधानसभा सचिव के कार्यालय से राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस के कार्यालय को भेजा गया यह दूसरा पत्र है। पहला पत्र 15 जून को जारी किया गया था।

उल्लेखनीय है कि तृणमूल कांग्रेस के रेयात हुसैन सरकार और सायंतिका बनर्जी को भगवानगोला और बारानगर विधानसभा सीटों के उपचुनाव में निर्वाचित हुए 18 दिन बीत चुके हैं, लेकिन उनका शपथ ग्रहण समारोह राज्य सचिवालय नवान्न और राजभवन के बीच तकरार की वजह से फंसा हुआ है।

राजभवन के अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि राज्यपाल कार्यालय को प्राप्त दो लगातार विज्ञप्तियों में प्रक्रियागत त्रुटि है। इसकी वजह है कि प्रोटोकॉल के अनुसार नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह के बारे में ऐसी विज्ञप्तियां संसदीय कार्य विभाग के राज्य मंत्री के कार्यालय से आनी चाहिए थीं, विधानसभा सचिव के कार्यालय से नहीं। राजभवन के अंदरूनी सूत्रों ने आगे कहा कि पहली विज्ञप्ति प्राप्त करने के बाद राज्यपाल कार्यालय ने विधानसभा को एक विज्ञप्ति भेजी थी, जिसमें सदन की वर्तमान प्रकृति के बारे में कुछ प्रश्नों के उत्तर मांगे गए थे, जैसे कि वरिष्ठतम विधायकों की संख्या, अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति समुदायों से आने वाले विधायकों की संख्या आदि। हालांकि, उन प्रश्नों का कोई उत्तर भेजने के बजाय, विधानसभा सचिव के कार्यालय ने शपथ समारोह के लिए शीघ्र स्वीकृति का अनुरोध करते हुए एक नया पत्र भेजी है।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम प्रकाश

   

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