वेब सीरीज से खराब हो रही मीरजापुर की छवि, प्रतिबंधित करने की मांग

मीरजापुर, 25 जून (हि.स.)। वेब सीरीज से मीरजापुर की ख़राब हो रही छवि को लेकर अखिल भारतीय साहित्य परिषद् के जनपद अध्यक्ष राजपति ओझा समेत अन्य सदस्यों ने मंगलवार कों नगरपालिका अध्यक्ष श्यामसुंदर केसरी को ज्ञापन सौंपा और वेब सीरीज पर प्रतिबंध लगाने की मांग की।

श्रीओझा ने बताया कि मीरजापुर साहित्यिक, सांस्कृतिक व धार्मिक दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण जनपद है। यह आचार्य रामचंद्र शुक्ल, प्रेमधन, पांडेय बेचन शर्मा (उग्र), बंग महिला जैसे प्रतिष्ठित साहित्य-मनीषियों का कर्मक्षेत्र रहा है तो वहीं जगत जननी मां विंध्यवासिनी का विश्व प्रसिद्ध पावन धाम है, जिनसे करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। मिर्जापुर वेब सीरीज मीरजापुर की छवि को ठेस पहुंचा रही है। वेब सीरीज में हिंसा, अपराध और गैंगवार को प्रमुखता दी गई है, इससे मीरजापुर की छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। लोग मीरजापुर शहर को भी इसी तरह के अपराध और हिंसा से जोड़कर देखने लगे हैं। इससे यहां के निवासियों के सामाजिक प्रतिष्ठा और सम्मान पर असर पड़ रहा है। सीरीज में अपराधियों और उनके कार्यों को ग्लोरीफाई किया गया है, जिससे युवा पीढ़ी पर इसका नकारात्मक असर हो रहा है। उन्हें गलत प्रेरणा मिल रही है और वे अपराध की दुनिया की ओर आकर्षित हो रहे हैं।

मिर्जापुर वेब सीरीज के दो सीजन के अनेक एपिसोड पूर्व में ही प्रसारित हो चुके हैं और तीसरा सीजन पांच जुलाई को रिलीज होने जा रहा है। यदि इस सीजन के एपिसोड में भी मिर्जापुर की गलत छवि प्रस्तुत होगी तो यह हम सभी के लिए बहुत ही नकारात्मक होगा। अतः वेब सीरीज के सीजन तीन को प्रतिबंधित करने के लिए उचित कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। इस अवसर पर कवयित्री सृष्टि राज व समाजसेवी आनंद अग्रहरि आदि उपस्थित रहे। नपा अध्यक्ष ने इस संबंध में उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया।

हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/मोहित

   

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