झुंझुनू में जमीन के विवाद में बाप-बेटे की हत्या

झुंझुनू, 2 जुलाई (हि.स.)। राजस्थान के झुंझुनू जिले में मंगलवार की सुबह जमीनी विवाद में चचेरे भाइयों ने पिता- पुत्र की हत्या कर दी। खेत में काम कर रहे परिवार पर दिनदहाड़े लोगों ने तलवार, लाठियों और सरियों से हमला किया। घटना में घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां पहले बेटे, फिर पिता ने दम तोड़ दिया। मारपीट की घटना में तीन अन्य घायलों का फिलहाल अस्पताल में इलाज जारी है। जिनमें से मृतक की पत्नी को जयपुर रेफर किया गया है। वहीं मामले में आरोपी पक्ष से पूछताछ की जा रही है। दोनों पक्षों के बीच जमीन बंटवारे का मामला 2014 से कोर्ट में विचाराधीन है। पुलिस आरोपी पक्ष को डिटेन किया है।

जिला पुलिस अधीक्षक राजर्षी राज वर्मा ने बताया कि घटना जिले के सूरजगढ़ थाना इलाके के धींगडिया गांव में हुई। जानकारी के अनुसार घटना में दो पक्ष शामिल है। दोनों पक्ष आपस में दो दादाओं की औलाद है। इनमें नेतराम और गणपत राम दोनों भाई थे। दोनों के नाम करीब 20 बीघा जमीन है। इसी जमीन को लेकर दोनों परिवारों में विवाद है। गणपतराम के तीन बेटे हैं। एक बाबूलाल, दूसरा मुरारीलाल और तीसरा श्यामलाल है। इसी तरह बड़े भाई नेतराम के भी तीन बेटे हैं। एक बेटा राम अवतार, दूसरा पवन और तीसरा सांवरमल है।

मृतक बाबूलाल के पुत्र विकास कुमार ने बताया कि मंगलवार सुबह खेत में उसके पिता बाबूलाल (50), भाई सोनू (21), बहन प्रियंका (30) और मां सुनीता (45) काम कर रहे थे। मंगलवार की सुबह करीब 9 बजे दूसरे पक्ष से पुनीत पुत्र रामअवतार, देवेंद्र पुत्र रामअवतार, सांवरमल पुत्र नेतराम, सरोज, पवन सहित अन्य लोगों ने पहले तलवार, लाठियों और सरियों से हमला कर दिया।

मारपीट के दौरान बाबूलाल और उसका बेटा सोनू (21) गंभीर घायल हो गए। दोनों को सूरजगढ़ के स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां सोनू को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद बाबूलाल को झुंझुनू के बीडीके अस्पताल रेफर किया गया जहां इलाज के दौरान बाबूलाल की मौत हो गई। इसके बाद गंभीर हालत में बाबूलाल की पत्नी सुनीता को जयपुर रेफर कर दिया गया। सूचना मिलने के बाद एसपी राजर्षि राज वर्मा भी अस्पताल पहुंचे। मामले में पांच लोगों को डिटेन किया है। वहीं घटना को लेकर जांच की जा रही है।

जानकारी के अनुसार मृतक सोनू (21) बेंगलुरु में एक कम्पनी में काम करता था। वह पांच दिन पहले ही गांव आया था। मृतक बाबूलाल गांव में ही खेती करता था। पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों के बीच जमीन बंटवारे का विवाद करीब दस साल पुराना है और वर्ष 2014 से कोर्ट में विचाराधीन है।

हिन्दुस्थान समाचार/ रमेश सर्राफ/ईश्वर

   

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