फरीदाबाद में दस साल के संघर्ष के बाद शिफ्ट हुई हाईटेंशन तारें

एचवीपीएन समय पर शिफ्टिंग कर देता तो एक दर्जन निर्दोष नागरिकों की जान नहीं जाती

फरीदाबाद, 5 जुलाई (हि.स.)। सेक्टर तीन रेजिडेंट वेलफेयर फेडरेशन के नेतृत्व में नागरिकों द्वारा दस साल से किए जा रहा संघर्ष रंग लाया और सैकड़ों मकानों के ऊपर से गुजर रही 66 हजार केवी की हाईटेंशन बिजली लाइन शिफ्ट हो गई।

लाइन शिफ्ट होने से गुरुग्राम कैनाल के साथ 60 वर्ग गज के करीब एक सौ मकान मालिकों ने राहत की सांस ली है और वर्षों बाद मकान मालिकों ने अपने घर की छत पर जाने के तालों को खौला है। एक्सीडेंट के डर से अक्सर ताले बंद करके रखते थे। पीडि़त नागरिकों ने इस 66 हजार केवी लाइन शिफ्टिंग का पूरा श्रेय रेजिडेंट वेलफेयर फेडरेशन के प्रधान व राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन लीडर सुभाष लांबा व सचिव रतनलाल राणा व फेडरेशन के उन तमाम पदाधिकारियों को दिया है, जिन्होंने निस्वार्थ भाव से पिछले दस सालों से निरंतर संधर्ष किया।

दर्जनों धरने प्रदर्शन किए। इसके लिए अंतिम प्रदर्शन 8 जून,2024 को एचवीपीएन के सेक्टर 18 स्थित एसई कार्यालय पर किया गया था। मौके पर मौजूद एक्सईएन दीपक गर्ग ने नागरिकों को आश्वस्त किया था कि एक सप्ताह के अंदर शिफ्टिंग करने के लिए सामान साइट पर पहुंचना शुरू हो जाएगा और ऐसा ही हुआ। इसके लिए नागरिकों ने उनका भी आभार प्रकट किया है।

सेक्टर तीन रेजिडेंट वेलफेयर फेडरेशन के प्रधान सुभाष लांबा व सचिव रतनलाल राणा ने बताया कि लगभग एक सप्ताह से शिफ्टिंग का काम चल रहा था, शुक्रवार को यह पूरा हो गया है। उन्होंने बताया कि करीब तीस साल पहले हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने 66 हजार केवी लाइन के नीचे 60 वर्ग गज के करीब एक सौ प्लाट आवंटित किए।

नागरिकों ने प्लाट बदलने का आग्रह किया, लेकिन जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो प्लाट मालिकों ने मजबूर होकर वहां मकान बना दिए। उसके बाद छतों पर एक्सीडेंट होने शुरू हो गए। यहां अब तक एक्सीडेंट्स में एक दर्जन निर्दोष नागरिक मौत के मुंह में जा चुके हैं। पिछले साल भी तीन मजदूर मौत के मुंह में चले गए थे। उन्होंने बताया कि फेडरेशन ने करीब दस पहले इस लाइन शिफ्टिंग के मुद्दे को उठाना शुरू किया। फेडरेशन के पदाधिकारी पूर्व सीएम मनोहर लाल, बिजली विभाग के एसीएस, एचवीपीएन के एमडी,चीफ इंजीनियर से मिले और शिफ्टिंग की मांग उठाई।

हिन्दुस्थान समाचार/मनोज

   

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