केके पाठक के खिलाफ बिहार शिक्षक संघ के बैनर तले भूख हड़ताल 20 को

पटना, 2 जनवरी (हि.स.)। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक की कार्यशैली के खिलाफ शिक्षकों ने आंदोलन करने का निर्णय लिया है। शिक्षकों ने एक दिवसीय भूख हड़ताल का फैसला लिया है। इसे लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर शिक्षकों ने विरोध जताया है। शिक्षकों की मांगों को लेकर बिहार शिक्षक संघ ने 20 जनवरी को आंदोलन का ऐलान किया है। पटना के गर्दनीबाग में सभी शिक्षक काली पट्टी बांधकर भूख हड़ताल पर बैठेंगे।

शिक्षक संघ ने शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेश को वापस लिये जाने की मांग की है। साथ ही ऐच्छिक स्थानांतरण की प्रक्रिया को आसान बनाने की मांग दोहराई है। इसके अलावा शिक्षकों की रिटायरमेंट की सीमा 62 साल करने की मांग की है।

उल्लेखनीय है कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने निर्देश दिया कि बिहार के सरकारी स्कूलों के हेडमास्टर अब पहले की तरह छुट्टी नहीं देंगे। अब एक साथ अधिक से अधिक स्कूल के 10 फीसदी शिक्षकों को ही छुट्टी मिल सकेगी। केके पाठक ने इस संबंध में सभी जिलों को आदेश जारी किया है।

केके पाठक ने जिलों को निर्देश दिया है कि शिक्षकों के छुट्टी लेने की मनोवृत्ति पर रोक लगाएं और एक साथ स्कूल में 10 प्रतिशत से अधिक शिक्षकों की छुट्टी नहीं दी जाए, इसे सुनिश्चत करें। उन्होंने सभी डीएम और डीडीसी को आवश्यक पहल करने के लिए पत्र लिखा है।

पत्र में केके पाठक ने कहा है कि एक फरवरी से बोर्ड की वार्षिक परीक्षाएं शुरू होनी हैं। ऐसे में आवश्यक है कि सभी शिक्षक बच्चों को ठीक से पढ़ाएं और शिक्षकों की उपस्थिति स्कूलों में बेहतर हो। शिक्षकों पर सख्त अनुशासन बनाए रखने की आवश्यकता है। पाठक ने कहा है कि बिहार लोक सेवा आयोग से चयनित करीब 50 शिक्षक योगदान देने के बाद भगोड़े हो गए हैं। ऐसे भगोड़े शिक्षकों को सस्पेंड करते हुए, उनपर विभागीय कार्रवाई शुरू करें। इन सबके अलावा उन्होंने और कई कड़े निर्देश दिये, जिसका पालन सभी जिलों के संबंधित अधिकारियों को करवाना है।

हिन्दुस्थान समाचार/ चंदा/चंद्र प्रकाश

   

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