ग्वालियर: सर्द हवाओं से जनजीवन प्रभावित, औंधे मुंह गिरा पारा

ग्वालियर, 2 जनवरी (हि.स.)। पिछले चार दिनों से सूरज लगातार कोहरे में दुबका है। ठंडी हवाएं जनमानस को ठिठुरा रही हैं। पारा औंधे मुंह गिरा पड़ा है। हालांकि रात तो रजाई में आराम से गुजर जाती है, लेकिन दिन मुश्किलों से कट रहा है। ऐसी मुश्किल घड़ी में मौसम विभाग बारिश और ओलावृष्टि की आशंका जता रहा है। यदि मौसम और विपरीत दिशा की ओर बढ़ा तो आमजन की मुश्किलें और बढऩा तय है।

ग्वालियर में पिछले चार दिन से सूरज नहीं दिखा है। लगातार घना कोहरा छाया हुआ है तो घने बादल भी मोर्चा संभाले हुए हैं। उत्तर से ठंडी हवाएं भी लगातार आ रही हैं। इसी क्रम में नए साल के दूसरे दिन मंगलवार को भी घने कोहरे के साथ बादल भी डटे रहे। घने कोहरे के दौरान सुबह दृश्यता लगभग 100 मीटर थी। हालांकि बाद में यह बढ़कर 800 मीटर तक हो गई। पिछले दिनों की तरह आज भी सूरज कब उदित हुए और कब अस्त हो गए। किसी को पता नहीं चला।

सर्द हवाएं लोगों को भीतर तक हिलाती रहीं। ऐसे में अधिकतम पारा 14.4 डिग्री सेल्यिस से आगे नहीं बढ़ पाया जो सामान्य से 7.4 डिग्री सेल्सिस कम है। इस प्रकार नए साल का दूसरा दिन भी तीव्र शीतल दिन के रूप में दर्ज हो गया जबकि न्यूनतम पारा 10.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 3.6 डिग्री सेल्सियस कम है। आज सुबह हवा में नमी 92 और शाम को 82 प्रतिशत दर्ज की गई।

मौसम विभाग के अनुसार उत्तरी हरियाणा और उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चक्रवाती परिसंचरण बने हुए हैं। इनके प्रभाव से 24 से 48 घंटे के दौरान ग्वालियर-चंबल संभाग में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/शरद/मुकेश

   

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