प्रभु श्रीराम के ससुराल जनकपुर से अयोध्या जायेगा सनेश

सनेश में शामिल जेवरात

-मिथिला के परंपरा के अनुरूप सनेश में मेवा मिष्ठान के साथ जेवरात और सोने का तीर धनुष भी होगा शामिल

पूर्वी चंपारण,03 जनवरी (हि.स.)। अयोध्या में भगवान श्रीराम के 22 जनवरी को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पड़ोसी देश नेपाल में भारी उत्साह है। नेपाली नागरिकों ने इस खास मौके पर अयोध्या नगरी के सम्राट प्रभु श्री राम को खास भेंट (सनेश) भेजने की तैयारी में जुटे है।

मिली जानकारी के अनुसार इस खास सनेश में 1100 भार की तैयारी की गई है। यह भार नेपाल के जनकपुर से आगामी चार जनवरी को अयोध्या के लिए रवाना होगी। टोली में 500 श्रद्धालु, साधु संत शामिल होंगे। नेपाल के हुलाकी राज मार्ग से जलेश्वर, मंलगवा, धनकौल, सिमरौनगढ़, गढ़ी माई मंदिर होते हुए वीरगंज में रात्रि विश्राम के बाद पांच जनवरी को सुबह आठ बजे टोली रक्सौल पहुंचेगी। जहां से जत्था बेतिया, गोपालगंज, गोरखपुर होते हुए अयोध्या धाम पहुंचेगी।

बताया गया है,कि प्रभु श्रीराम के ससुराल जनकपुर से जाने वाली इस सनेश में मेवा मिष्ठान के साथ जेवरात और सोने के बने तीर धनुष को शामिल किया गया है। उक्त सनेश की विदाई नेपाल के मधेश प्रदेश के मुख्य मंत्री सरोज यादव, वीरगंज के मेयर राजेश मान सिंह, नेपाल भारत सहयोग मंच के केंद्रीय अध्यक्ष अशोक वैध सहित नेपाल के अन्य गणमान्य नागरिक करेगे।

उक्त विशेष सनेश का रक्सौल समेत भारत के कई जिलों में श्रद्धालुओं द्धारा का स्वागत किया जाएगा। जनकपुर जानकी मंदिर के उत्तराधिकारी महंथ राम रौशन दास वैष्णव ने बताया है,कि वर्षो बाद प्रभु श्रीराम अयोध्या में विराजित हो रहे है,ऐसे में इस विशेष अवसर पर जनकपुरवासियों ने उनके और नेपाल की बेटी माता सीता के लिए विशेष सनेश की तैयारी की है।क्योंकि मिथिला की एक परंपरा है कि जब भी बेटी का नया घर बनता या बसता है, तो, उस समय पीहर पक्ष द्वारा बेटी को आभूषण, वस्त्र, एक वर्ष की खाद्य सामग्री भेजी जाती है।

हिन्दुस्थान समाचार/आनंद /गोविन्द

   

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