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जैसलमेर, 4 जनवरी (हि.स.)। सरहदी जिला जैसलमेर विगत चार दिनों से कोहरे और जाड़े की जकड़न में है, जिससे यहां की दिनचर्या अस्तव्यस्त है। सुबह से ही धुंध व सर्द हवाओं का दौर शुरू हो जाता है।
उत्तरी इलाकों से आ रही बर्फीली हवाओं से कड़ाके की सर्दी ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। गुरुवार को सवेरे घना कोहरा छाया रहा। कई इलाकों में ओस की बूंदें पड़ी। गुरुवार को सुबह जिले के कई क्षेत्रों में घना कोहरा छाया रहा। घने कोहरे ने सूरज को भी अपने आगोश में ले लिया। शहर के सभी पर्यटन स्थल कोहरे की आगोश में छिप गए। सर्दी से बचने के लिए लोग कई तरह के जतन करते नजर आए। मौसम विभाग की माने तो आने वाले तीन से चार दिन तक मौसम ऐसा ही रहेगा।
प्रदेश के कई भागों में शीतलहर चलने की संभावना के चलते कृषि विभाग की मौसम इकाई के मौसम वैज्ञानिक अतुल गालव ने बताया कि अगले तीन दिन मौसम शुष्क रहेगा। उसके बाद शीतलहर चल सकती है, जिससे सर्दी का असर तेज हो जाएगा। शीतलहर के कारण तापमान में भी गिरावट दर्ज होगी। दरअसल, आमतौर पर आधा दिसंबर बीतने के बाद कड़ाके की ठंड शुरू हो जाती है। इस बार मौसम चक्र पूरी तरह से बिगड़ा रहा। दिसंबर के तीसरे व चौथे सप्ताह पड़ने वाली ठंड इस बार जनवरी की शुरुआत में शुरू हुई है। जैसलमेर में दिसंबर के अंतिम सप्ताह तक सर्दी का असर अपने पूरे शबाब पर रहता है, लेकिन इस साल सर्दी का असर सामान्य ही रहा। अब सर्दी ने जोर जरूर पकड़ा है। तापमान में और गिरावट हुई तो पाला पड़ने की संभावना रहेगी, जिससे फसलों को नुकसान हो सकता है।
सर्दी के मौसम में घने कोहरे के चलते प्रसिद्ध गड़ीसर झील तथा विभिन्न पर्यटन स्थलों के आसपास सैलानियों की भीड़ गर्म चाट और चाय की चुस्कियां लेते नजर आ रहे हैं। स्कूली बच्चों की छुटियां होने से देशी पर्यटक नए साल के जश्न के बाद भी जैसलमेर का रुख कर रहे हैं। दिन भर गर्म खाद्य, पेय पदार्थों और ऊनी वस्त्रों की दुकानों पर भीड़ देखने को मिल रही है।
हिन्दुस्थान समाचार/ चंद्रशेखर/संदीप