जबलपुर: कमिश्नर वर्मा ने ज्ञानाश्रय कोचिंग में दी राष्ट्रीय उद्यान व अभ्यारण्यों से जुड़ी जानकारी

जबलपुर, 9 जनवरी (हि.स.)। संभागायुक्त अभय वर्मा ने प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं को मंगलवार सुबह मॉडल उत्कृष्ट विद्यालय में संचालित ज्ञानाश्रय कोचिंग में परीक्षा संबंधी मार्गदर्शन दिया। इस दौरान उन्होंने देश के राष्ट्रीय उद्यान, अभ्यारण्य व उनके बनने के तरीके, वहां पाये जाने वाले वन्य जीवों के साथ विलुप्त होने वाले वन्य प्राणियों के बारे में विस्तार से कारण सहित बताया।

प्रतिभागियों को मार्गदर्शन के दौरान उन्होंने रामसर साइट व कोरलरीफ के बारे में विस्तार से जानकारी दी। राष्ट्रीय उद्यानों के जिक्र के दौरान कहा कि जिम कार्बेट भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान है जिसका पुराना नाम हेली नेशनल पार्क था। जिसकी स्थापना 1935 ई. में की गई।

इसके साथ ही लद्दाख के हेमिस उद्यान, गुजरात के गिर, उत्तराखंड के जिम कार्बेट, उत्तरप्रदेश के दुधवा, कर्नाटक के बांदीपुर, असम के मानस और काजीरंगा, जम्मू कश्मीर के डाचीगाम और किश्तवाड़ के साथ ही भारत में सबसे ज्यादा राष्ट्रीय उद्यान वाले राज्य मध्यप्रदेश के बारे में बताया और कहा कि मध्यप्रदेश में कान्हा किसली, पन्ना, कूनो, माधव, संजय, सतपुड़ा, पेंच टाइगर रिजर्व आदि राष्ट्रीय उद्यान है जिनमें वन्य जीवों का संरक्षण किया जाता है तथा ऐसे कई अभ्यारण्य हैं जहां किसी विशेष पशु-पक्षी और वनस्पति का संरक्षण किया जा रहा है। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं ने राष्ट्रीय उद्यान, अभ्यारण्य व कोरलरीफ और वन्य जीव-जन्तुओं व वनस्पतियों के सरंक्षण से जुड़े विभिन्न प्रश्न पूछे। जिसका आयुक्त वर्मा ने सहज रूप में उनकी शंकाओं का समाधान किया।

हिन्दुस्थान समाचार/विलोक पाठक

   

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