एआईएमआईएम के चार पार्षदों ने पार्टी से त्यागपत्र दिया

मेरठ, 11 जनवरी (हि.स.)। मेरठ में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के चार नगर निगम पार्षदों ने गुरूवार को पार्टी से त्यागपत्र दे दिया। इन पार्षदों ने पार्टी के महानगर अध्यक्ष पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।

मेरठ नगर निगम में एआईएमआईएम के चार पार्षद आसिफ सैफी, शब्बीर कस्सार, रिहाना और कय्यूम अंसारी ने आज पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही पार्टी के महानगर महासचिव रईस सैफी, आफताब और महानगर सचिव हाफिज शादाब अंसारी ने अपने पदों से त्यागपत्र दे दिया है। इन नेताओं ने आरोप लगाया कि एआईएमआईएम भेदभाव की राजनीति पर चलने वाली पार्टी बन चुकी है। जो अपने ही कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों से भेदभाव करती है। इतना ही नहीं पार्षदों में रोष है कि हाल में ही मेरठ नगर निगम बोर्ड बैठक के दौरान हुए पार्षद मारपीट कांड में पार्टी का कोई बड़ा नेता अपने पार्षदों के लिए खड़ा नहीं हुआ। न ही कोई नेता पीड़ित पार्षदों से मिलने उनके घर पहुंचा। जबकि अन्य दलों से हर बड़े नेता ने इस कांड का संज्ञान लेकर अपने पार्षदों के लिए आवाज उठाई। इन नेताओं ने पार्टी के महानगर अध्यक्ष पर उत्पीड़न का आरोप लगाया। वह खुद अपनी पार्टी के पार्षदों से अभद्रता करते हैं।

उन्होंने महानगर अध्यक्ष पर भाजपा से मिलीभगत करने के आरोप लगाए। भाजपा से मिलीभगत के चलते ही नगर निगम कार्यकारिणी में भाजपा के आठ पार्षद निर्वाचित हुए। किसी भी पार्षद को अन्य किसी दल से संपर्क नहीं करने दिया गया। यदि हम संपर्क करते तो कार्यकारिणी में हमारे भी पार्षद चुनकर आ सकते थे। इन्हीं सब बातों से व्यथित होकर भी त्यागपत्र दे रहे हैं। नगर निगम मारपीट कांड में भाजपा नेताओं की तरफ से एआईएमआईएम के तीन पार्षदों फजल करीम, रिजवान अंसारी और आसिफ पर मुकदमा हुआ। इसके बाद भी एआईएमआईएम के महानगर अध्यक्ष खामोश बैठे रहें। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली पर भी पार्षदों को सहयोग ना करने का आरोप लगाया।

हिन्दुस्थान समाचार/ डॉ. कुलदीप/मोहित

   

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