राजकीय सम्मान के साथ लोकतंत्र सेनानी को दी अंतिम विदाई

पूर्व बीजेपी जिलाध्यक्ष यशपाल केसरी का मंगलवार को हुआ था निधन

डीएम एसपी सहित बीजेपी लीडर्स ने दी श्रद्धांजलि

कौशांबी, 11 जनवरी (हि.स.)। भरवारी में बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं लोकतंत्र सेनानी यशपाल केसरी का पार्थिव शरीर बृहस्पतिवार को पंचतत्व में विलीन हो गया। इसके पहले उन्हेो राजकीय सम्मान के अनुसार गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। डीएम सुजीत कुमार, एसपी बृजेश श्रीवास्तव सहित बीजेपी के नेताओ ने उन्हे अंतिम विदाई देते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किया। लोकतंत्र सेनानी यशपाल केसरी का निधन मंगलवार को मुंबई मे दिल का दौरा पड़ने के चलते हुआ था।

दिवंगत यशपाल केसरी भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष थे। वह 75 वर्ष के थे। जीवन काल में यशपाल केसरी खाटी भाजपाई माने जाते थे। वह कांग्रेस सरकार के समय में लगे आपातकाल के दौरान लागू विवादित मीसा कानून के तहत जेल गए। प्रदेश की मुलायम सरकार में उन्हें मीसा जेल बंदी के रूप में लोकतन्त्र सेनानी की उपाधि देकर पेंशन देती थी। दिवंगत यशपाल केसरी अपने जीवनकाल में भाजपा व आरएसएस के कई जनपद स्तरीय पद पर आसीन रहे। लोकसभा विधानसभा चुनाव में प्रतापगढ़ कौशांबी जनपदों में चुनाव प्रभारी रहे।

मंगलवार को वह अपने रिश्तेदार के घर मुंबई में थे। तभी उन्हें अपने अभिन्न मित्र मोहन श्याम के निधन का समाचार मिला। जिसकी पीड़ा वह सह न सके और उन्हें भी दिल का दौरा पड़ गया। निधन के बाद उनके पार्थिव शरीर को लेकर परिजन सड़क मार्ग से बृहस्पतिवार को मुंबई से कौशांबी के भरवारी कस्बे पहुंचे। दोपहर में पार्थिव शरीर को अंतिम विदाई देने पूरा भरवारी कस्बा उमड़ पड़ा।

डीएम एसपी की मौजूदगी में पुलिस ने यशपाल केसरी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। भाजपा के पूर्व विधायक संजय गुप्ता, लाल लाल बहादुर, शीतला पटेल, जिलाध्यक्ष धर्मराज मौर्य सहित अन्य नेता कार्यकर्ता मौजूद रहे। दिवंगत यशपाल केसरी के पार्थिव शरीर को उनके छोटे भाई ओम प्रकाश केसरी ने मुखाग्नि दी। उनकी अपनी कोई संतान नहीं थी। उन्होंने अपने जीवन काल को अपने परिवार को समर्पित कर दिया था।

हिन्दुस्थान समाचार/ अजय कुमार/सियाराम

   

सम्बंधित खबर