पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर रेलवे कर्मचारियों की भूख हड़ताल, फैसला वापस नहीं तो वोट भी नहीं

कठुआ 11 जनवरी (हि.स.)। नई पेंशन योजना को बंद करने और पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर देशव्यापी रेलवे कर्मचारियों का आंदोलन गुरूवार को चौथे दिन भी जारी रहा। उत्तर रेलवे मजदूर संघ के बैनर तले रेलवे कर्मचारियों ने कठुआ रेलवे स्टेशन पर भूख हड़ताल कर अपनी आवाज बुलंद की।

चार दिवसीय भूख हड़ताल के चौथे दिन कठुआ रेलवे स्टेशन परिसर में उत्तर रेलवे कर्मचारियों ने भूख हड़ताल कर अपनी आवाज बुलंद की। भूख हड़ताल पर बैठे कर्मचारी अब्दुल करीम सहित अन्यों ने बताया कि नई पेंशन स्कीम 1 जनवरी 2004 से लागू की गई है जोकि रेल कर्मचारियों के लिए चिंता उत्पन्न कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा लागू की नई पेंशन योजना कर्मचारियों के हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि उनके कुछ सहयोगी हाल ही में सेवानिवृत हुए हैं और उन्हें मात्र 1000 से 1500 रुपए तक पेंशन दी जा रही है जिससे घर का गुजारा नहीं होता है। उन्होंने कहा की इस योजना से रेलवे विभाग में नवनियुक्त युवाओं का भविष्य भी अंधेरे में है। उन्होंने सरकार को सीधी तौर पर चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार इस फैसले को वापस नहीं लेती है तो आगामी लोकसभा चुनाव में वह अपने मत का प्रयोग भी इन सरकारों को खिलाफ करेंगे। उन्होंने कहा कि दूसरी तरफ सरकार रेलवे विभाग का भी निजीकरण कर रही है इसका भी कड़ा विरोध करते हैं। क्योंकि निजीकरण के बाद हमारे आने वाली पीढ़ी की नौकरियां खतरे में है।

हिन्दुस्थान/समाचार/सचिन/बलवान

   

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