स्वच्छता सर्वेक्षण सर्वे 2023 में देश के 10 सबसे गंदे शहरों की सूची में रिषड़ा, लोगों ने पूछा कब चेतेगी नगर पालिका

हुगली, 12 जनवरी(हि. स.): केंद्र सरकार के ''स्वच्छता सर्वेक्षण सर्वे 2023'' में देश के 10 सबसे गंदे शहरों में की सूची में हुगली जिले के रिषड़ा का नाम आने के बाद रिषड़ा के निवासी और खासकर भारतीय जनता पार्टी के नेता नगरपालिका की कार्यशैली पर सवाल उठाने लगे हैं। स्थानीय लोग सवाल पूछ रहे हैं कि प्रदूषण को लेकर आखिर रिषड़ा नगर पालिका कब गंभीर होगी।

रिषड़ा निवासी और डा विश्वेश्वर दयाल फाउंडेशन की उपाध्यक्ष पूनम श्रीवास्तव ने कहा कि रिषड़ा में कूड़ेदानों की कमी है। मैत्री पथ की तरफ बहुत धुंआ होता है जिससे काफी परेशानी होती है। मैंने कई बार सोचा कि चेयरमैन साहब से जाकर शिकायत करें लेकिन अब तक उनके पास जाना नहीं हो पाया है। पूनम ने कहा कि केंद्र सरकार के ''स्वच्छता सर्वेक्षण सर्वे 2023'' में देश के 10 सबसे गंदे शहरों में की सूची में रिषड़ा का नाम देखकर रिषड़ा शहर के निवासी के तौर पर काफी शर्मिंदगी महसूस हो रही है।

वहीं भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता हरि मिश्रा ने कहा कि उन्हें भी आश्चर्य नहीं है कि रिषड़ा का नाम देश के सर्वाधिक गंदे शहरों की सूची में आया है। रिषड़ा में जनसंख्या का घनत्व काफी बढ़ गया है। रोज शाम को फॉस्फेट कारखाने से कोई न कोई रासायनिक पदार्थ निकलता है जो दुर्गंध देता है और सांस लेना मुश्किल हो जाता है। रिषड़ा थाने के पीछे जो मैदान है उसमे पता नहीं क्या जलाया जाता कि शाम के समय रिषड़ा धुंआ धुंआ हो जाता है और और लोगों को खुली हवा में सांस तक लेने में परेशानी होती है।

श्रीरामपुर सांगठनिक जिला भाजपा किसान मोर्चा के महासचिव और रिषड़ा निवासी राकेश सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार के ''स्वच्छता सर्वेक्षण सर्वे 2023'' में देश के 10 सबसे गंदे शहरों में की सूची में रिषड़ा का नाम आना बेहद शर्मनाक है। सिंह ने कहा कि कोई भी रिषड़ा में किसी भी शाम को आकर देखे, उनका आंख जलने लगेगा और सांस लेने में तकलीफ होने लगेगी। रिषड़ा की हवाएं बढ़ रहे प्रदूषण के कारण दमघोंटू हो गई हैं। लेकिन इस पर किसी का ध्यान नहीं है। इस पर ध्यान देना होगा अन्यथा रिषड़ा के लोगों के लिए यह बहुत बड़ी समस्या बन जाएगी।

बहरहाल, चेयरमैन बनने के बाद से रिषड़ा नगरपालिका के चेयरमैन विजय सागर मिश्रा स्वच्छ और सुंदर रिषड़ा के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं। रिषड़ा में अपशिष्ट प्रबंधन के लिए भी नगरपालिका की ओर से कई कदम उठाए गए हैं। लेकिन केंद्र सरकार की यह रिपोर्ट रिषड़ावासियों के लिए बेहद निराशाजनक है। खबर लिखे जाने तक इस मामले में रिषड़ा नगरपालिका की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई थी। हिन्दुस्थान समाचार/धनंजय

   

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