सूचना का कानून पत्रकारिता के छात्रों के लिए संजीवनी : डॉ. सुभाष चंद्र सिंह

छात्रों को जानकारी देते सूचना आयुक्तछात्रों को जानकारी देते सूचना आयुक्तछात्रों को जानकारी देते सूचना आयुक्तछात्रों को जानकारी देते सूचना आयुक्त

उत्तर प्रदेश राज्य सूचना आयुक्तों ने पत्रकारिता विभाग के छात्रों से किया संवाद

झांसी,13 जनवरी(हि. स.)। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग में उत्तर प्रदेश राज्य सूचना आयुक्त डॉ. सुभाष चंद्र सिंह एवं हर्षवर्धन शाही ने छात्रों के साथ संवाद किया। राज्य सूचना आयुक्त डॉ. सुभाष चंद्र सिंह ने छात्रों को सूचना विभाग एवं राज्य सूचना आयुक्त के बीच अंतर को स्पष्ट किया। साथ ही छात्रों को सूचना के अधिकार कानून के अंतर्गत आने वाली सभी बारीकियाें की जानकारी भी दी। यह भी बताया कि आम जनमानस किस प्रकार इसका उपयोग कर सकता है। उन्होंने कहा कि आज कुछ लोग दुर्भावना से दूसरों के संबंध में सूचना मांगते हैं जिसमें न ही कोई लोकहित न ही आम जनमानस की भलाई होती है। ऐसी सूचनाएं केवल निजी स्वार्थ हेतु मांगी जाती हैं। इस पर रोक लगाने के लिए समय-समय पर संशोधन की आवश्यकता है। राज्य सूचना आयुक्त हर्षवर्धन शाही ने अपने पत्रकारिता अनुभव छात्रों से साझा किये। उन्होंने कहा कि एक नये पत्रकार को नचिकेता की तरह जिज्ञासु होना चाहिए जो बिना किसी डर के लगातार प्रश्न पूछने का साहस कर सके। आज समाचार संप्रेषण के अनेक माध्यम है। छात्र इनका सदुपयोग कर अपनी बात रख सकते हैं। आज समाचारों में स्थानीयता का भाव प्रमुख है। पत्रकारीय कौशल एवं लेखन की विशिष्ट शैली से आप अपनी नई पहचान बना सकते हैं। इस अवसर पर कुलसचिव विनय कुमार सिंह, उपकुलसचिव सुनील सेन, अधिष्ठाता कला संकाय प्रो मुन्ना तिवारी, विभागाध्यक्ष फूड एंड टेक्नोलॉजी विभाग, प्रो. डीके भट्ट समन्वयक पत्रकारिता विभाग ,डॉ. जय सिंह, डॉ कौशल त्रिपाठी, गोविंद यादव, अतीत विजय, देवेंद्र सिंह के साथ स्नातक एवं परास्नातक के छात्र उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/महेश/सियाराम

   

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