साइबर हैकाथॉन 1.0 : अट्ठारह वक्ताओं ने साइबर चुनौतियों व समाधान पर रखे विचार

जयपुर, 18 जनवरी (हि.स.)। राजस्थान पुलिस द्वारा राजस्थान अंतरराष्ट्रीय केंद्र में आयोजित दो दिवसीय साइबर हैकाथॉन 1.0 का गुरुवार को समापन हुआ। इससे पूर्व मुख्य ऑडिटोरियम एवं मिनी ऑडिटोरियम फर्स्ट में एक-एक घंटे के पांच पांच सेशन हुए।

डीजी साइबर क्राइम, एससीआरबी एवं तकनीकी सेवाएं रवि प्रकाश मेहरडा ने बताया कि गुरुवार को हुए 10 सेशन में 18 विषय विशेषज्ञों ने अपने विचार रखें और साइबर क्राइम की जटिलताओं, चुनौतियों, भविष्य में होने वाले खतरों आदि पर प्रकाश डालते हुए आवश्यक सुझाव दिए।

पहला सत्र एक सफल स्टार्टअप के निर्माण में तकनीक का महत्व को डाटा ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के सह संस्थापक अजय डाटा ने संबोधित करते हुए इस बात पर प्रकाश डाला की रणनीतिक रूप से प्रौद्योगिकी का लाभ उठाकर स्टार्टअप को अभूतपूर्व ऊंचाइयों तक पहुंचाया जा सकता है।

स्टार्टअप में ऊष्मायन और त्वरण विषय पर दूसरे सत्र में जीसीईसी ग्लोबल फाउंडेशन और ब्रेविटी के संस्थापक व एसोचैम स्टार्टअप काउंसलिंग राजस्थान के अध्यक्ष परेश गुप्ता, स्टार्टअप चौपाल के संस्थापक और सीईओ सुमित श्रीवास्तव, पर्यावरण सेवा उद्योग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गौरव शर्मा, अटल इनक्यूबेशन सेंटर वनस्थली विद्यापीठ की सहायक उपाध्यक्ष डॉ लतिका धुरिया एवं इनोवेर की निदेशक श्वेता चौधरी चर्चा करते हुए स्टार्टअप विकास को बढ़ावा देने और तेजी से ट्रैक करने की प्रमुख पहलुओं पर प्रकाश डाला

तीसरे सत्र सफल होने के लिए आवश्यक कौशल और काम कैसे शुरू करें विषय पर आईआईटी रुड़की से स्नातक दिव्या तेला को संबोधित कर व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीत के लिए एक रोड मेप पेश किया।

डेक्सटर कैपिटल और वेंचर्स के संस्थापक देवेंद्र अग्रवाल ने चौथे सत्र धन जुटाना विषय पर जटिलताओं पर काबू पाने और चतुर रणनीतिक निर्णय लेने के प्रति अपने विचार साझा किये।

पांचवा सत्र स्टार्टअप और अन्य संगठनों में प्रौद्योगिकी प्रगति के संबंध में था। स्टॉक्सहीरो के सह संस्थापक कुश बीजल, ऑन ग्रिड में एसोसिएट निदेशक मुकुल सिरोही व रेंज पावर इंफ्रा के निदेशक पवन शर्मा ने वार्ता कर स्टार्टअप और स्थापित संगठनों के परिदृश्य को आकार देने वाले नवीनतम रुझानों और नवाचारों के बारे में बताया।

छठे सत्र ड्रोन में झुंड और एआई प्रौद्योगिकी विषय पर बॉट लैब डायनेमिक्स की सह संस्थापक सरिता अहलावत फार्म ने स्वार्म व एआई प्रौद्योगिकी किस प्रकार ड्रोन अनुप्रयोगों के परिदृश्य को नया आकर दे रही है के बारे में बताया।

यातायात और पार्किंग समस्याओं के समाधान व स्मार्ट तरीका विषय पर सातवां सत्र था। मैकेनिकल इंजीनियर और केंद्रीय सशस्त्र बल में पूर्व डिप्टी कमांडेंट धनंजय भारद्वाज ने भीड़ और पार्किंग चुनौतियों को कम करने, टिकाऊ और कुशल परिवहन प्रणालियों को बढ़ावा देने के लिए स्मार्ट समाधान बताएं।

आठवें सत्र में क्रिप्टो करेंसी द्वारा सुगम धोखाधड़ी विषय पर क्रिस्टल ब्लॉकचेन के इंटेलिजेंस रिसर्चर रजत अहलावत ने क्रिप्टो संबंधित धोखाधड़ी के जटिल परिदृश्य पर प्रकाश डाला। क्रिप्टोकरंसी और धोखाधड़ी की गतिविधियों के बीच अंतर को समझने में चुनौतियों और संभावित समाधानों के बारे में बताया।

नवें सत्र डीप फेक के नैतिक उपयोग, जेएएन और जेईएन एआई का अनुप्रयोग विषय पर साई-साई ए.आई (आर्टिफिश्यल इन्टेलिजेंस) के फाउंडर सीईओ रजत चौधरी व एमएल प्रमुख जोरावर सिंह ने चर्चा कर इन शक्तिशाली प्रौद्योगियों के परिवर्तनकारी परिदृश्य को नेविगेट करने में जिम्मेदार अनुप्रयोगों, संभावित नुकसान और नैतिक ढांचे की अनिवार्यता पर विचार व्यक्त किये।

दसवां सत्र जनरल एआई और आधुनिक दुनिया में इसका उपयोग के बारे में था। सेलेबल टेक्नोलॉजीज के वरिष्ठ डेटा वैज्ञानिक जय सतीजा ने कैसे जेनरेशन अल्फा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का संलयन हमारे वर्तमान को आकार देता है और भविष्य की भविष्यवाणी करता है पर प्रकाश डाला।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश/संदीप

   

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