नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 127वीं जयंती मनी

पूर्वी चंपारण,23 जनवरी(हि.स.)। भारत विकास परिषद शाखा रक्सौल के तत्वावधान में मंगलवार को नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 127वीं जयंती पराक्रम दिवस के रूप में मनायी गयी। शहर के कोइरिया टोला स्थित सुनील कुमार के आवासीय परिसर में परिषद के वरीय सदस्य अवधेश सिंह की अध्यक्षता में जयंती समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन व वन्दे मातरम् गीत के साथ भारत माता एवं नेताजी सुभाषचन्द्र बोस के तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया।

मौके पर अवधेश सिंह ने नेताजी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नेताजी अदम्य साहस और वीरता के प्रतीक थे।आजादी के लड़ाई में उनकी अनुकरणीय भूमिका के कारण आज समूचा देश उनकी जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मना रहा है। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ लड़ने के लिए उन्होंने आजाद हिन्द फौज का गठन कर जय हिन्द के नारे से पूरे देश को एकजुट किया।

परिषद के अध्यक्ष डॉ.राजेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि कृतज्ञ राष्ट्र आजादी की लड़ाई में उनके त्याग और समर्पण को सदा याद रखेगा। परिषद के संगठन सचिव सुनील कुमार ने कहा युवाओं को नेताजी के आदर्शों को अपनाने की जरूरत है।

रजनीश प्रियदर्शी ने कहा कि उनके कथनी एवं करनी में कोई अंतर नहीं था।उन्होंने देश के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया था।आज उनके पदचिन्हों पर चलकर ही देश विश्व के अग्रणी राष्ट्रों में शुमार हो सकता है। कार्यक्रम धन्यवाद ज्ञापन नीतेश सिंह ने किया। मौके पर परिषद के प्रशांत कुमार, अजय कुमार, अरविन्द जायसवाल, डॉ. आशुतोष कुमार एवं आयुष कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/आनंद प्रकाश

/चंदा

   

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