गोवा मुक्ति आंदोलन के अगुआ सत्यनारायण हर्ष का निधन

बीकानेर, 23 जनवरी (हि.स.)। गोवा मुक्ति आंदोलन में संघर्ष करने वाले बीकानेर के सत्यनारायण हर्ष का मंगलवार सुबह निधन हो गया। वे पिछले कई दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। मंगलवार को ही उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया। हाल ही में राज्य सरकार ने घर पहुंचकर उनका अभिनन्दन किया था।

हर्षों के चौक के पास ही रत्ताणी व्यासों के चौक में रहने वाले सत्यनारायण हर्ष ने मंगलवार सुबह अंतिम सांस ली। वे पिछले कुछ समय से बीमार थे और घर पर ही उनका इलाज चल रहा था। नब्बे साल से अधिक आयु के हर्ष पिछले वर्षों तक स्वतंत्रता दिवस व गणतंत्र दिवस पर करणी सिंह स्टेडियम में नजर आते थे। कुछ वर्षों से अस्वस्थता के चलते नहीं आ पा रहे थे। पिछली पंद्रह अगस्त को ही तत्कालीन शिक्षा मंत्री सहित पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने हर्ष के घर पहुंचकर पहले तिरंगा फहराया और बाद में उनका सम्मान किया।

हर्ष ने गोवा को पुर्तगाल से मुक्त कराने के लिए चले आंदोलन में मुख्य भूमिका निभाई थी। जब भारत के बड़े क्षेत्र पर अंग्रेज शासन कर रहे थे तब गोवा, दमन और दीव पर पुर्तगाल का शासन था। यह संघर्ष 19वीं शताब्दी में ही छोटे स्तर पर आरम्भ हो चुका था, लेकिन 1940 से 1961 के बीच बहुत प्रबल आन्दोलन के रूप में आ गया। अन्ततः दिसम्बर 1961 में भारतीय सेना के तीनों अंगों ने मिलकर गोवा को मुक्त करा लिया। इस आंदोलन के दौरान हर्ष को जेल भी जाना पड़ा।

करणी सिंह स्टेडियम में हर पंद्रह अगस्त और 26 जनवरी को प्रभावी उपस्थिति दर्ज कराने वाले हर्ष इस बार गणतंत्र दिवस से ठीक तीन दिन पहले विदा हो गए। उनके निधन पर हर्ष समाज में भी शोक की लहर है।

हिन्दुस्थान समाचार/ सुनीता कौशल/ईश्वर

   

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