समाज कल्याण विभाग के स्टॉल पर दिखेगी विविधता की झलक

-अंतिम पायदान तक समाज कल्याण विभाग पहुंचा रहा योजनाएं

लखनऊ, 23 जनवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस के मौके पर समाज कल्याण विभाग 24 से 26 जनवरी तक अवध शिल्प ग्राम में स्टॉल लगाने जा रहा है। इन स्टॉलों पर विभाग से जुड़ी सारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी जाएगी।

प्रदेश भर के जरूरतमंद वरिष्ठजनों से लेकर युवाओं और कन्याओं को लाभ पहुंचाने के लिए समाज कल्याण विभाग कई तरह की योजनाएं संचालित कर रहा है। इनमें वृद्धावस्था पेंशन, राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना, वृद्धाश्रम योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, अनुसूचित जाति अत्याचार उत्पीड़न सहायता योजना, छात्रवृति योजना शामिल है।

अब तक के वित्तीय वर्ष 2023-24 के आंकड़ों को देखें तो प्रत्येक आयु वर्ग के लाभार्थियों ने इन योजनाओं का लाभ उठाया है। खास बात यह है कि तकनीक का प्रयोग कर पारदर्शिता के साथ योजनाओं का संचालन किया जा रहा है और अंतिम पायदान तक इसका लाभ पहुंचाया जा रहा है।

वृद्धावस्था पेंशन वर्तमान में वृद्धजनों के सम्मानजनक जीवनयापन के लिए 50.21 लाभार्थियों को वृद्धावस्था पेंशन का लाभ दिया जा रहा है। वृद्धजनों को आधार बेस्ड पेमेंट डीबीटी के माध्यम से किया गया।

20 हजार आवेदकों को राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ

वित्तीय वर्ष 2023-24 में 20 हजार आवेदकों को राष्ट्रीय पारिवारिक योजना का लाभ दिलाया गया है। इस योजना के तहत एकमुश्त आर्थिक सहायता 30 हजार रुपये डीबीटी के माध्यम से सीधे लाभार्थी द्वारा उपलब्ध करवाए गए खातों में प्रेषित की जा रही है।

44,000 जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न हुआ

साल-दर-साल मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में आवेदकों की संख्या बढ़ रही है। पात्र योजना के प्रति जागरूक हो रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2023-24 में प्रदेश भर में 44 हजार जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न हुआ है। राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना एवं मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का नया पोर्टल विकसित किया गया है।

अनुसूचित जाति अत्याचार उत्पीड़न सहायता योजना

अपराध की प्रवृति के हिसाब से इस योजना के तहत धनराशि पीड़ित परिवार को दी जाती है। प्रदेश में 14,536 लाभार्थियों को वित्तीय वर्ष 2023-24 में योजना का लाभ दिलाया गया है। इसी के साथ एक अरब 32 करोड़ रुपये का व्यय हुआ है।

छात्रवृत्ति योजना

छात्रवृत्ति योजना के तहत अनुसूचित जाति छात्रवृति योजना में सामान्य एवं अनुसूचित जाति के 5.76 लाख विद्यार्थियों ने पूर्व दशम एवं दशमोत्तर के 15.72 लाख विद्यार्थियों द्वारा आवेदन किया गया है। दशमोत्तर कक्षाओं में पढ़ रहे अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के छात्र 31 मार्च 2024 तक आवेदन कर सकेंगे। पात्र विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति की धनराशि मार्च में खाते में भेज दी जाएगी।

वृद्धाश्रम योजना

वर्तमान में प्रदेश में 75 वृद्धाश्रम हैं। हर जिले में वृद्धाश्रम खोले गए हैं। वित्तीय वर्ष 2023-24 में आठ हजार वृद्धजनों को इस योजना का लाभ दिया जा रहा है। वृद्धाश्रम में प्रति वृद्ध संवासी के लिए नि:शुल्क आवास, भोजन, वस्त्र, औषधि, मनोरंजन, पर्सनल केयर की सामग्री की पूर्ण सुविधा दी जा रही है।

हिन्दुस्थान समाचार/दीपक/आकाश

   

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