छत्तीसगढ़ में बलिदान हुए सीआरपीएफ जवान का पार्थिव शरीर गुरुवार को आएगा असम

चिरांग (असम), 31 जनवरी (हि.स.)। छत्तीसगढ़ में माओवादियों के हमले में बलिदान हुए सीआरपीएफ के जवान का पार्थिव शरीर गुरुवार को असम लाया जाएगा। गुरुवार को ही दोपहर को सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

बुधवार सुबह चिरांग जिला पुलिस अधीक्षक प्राणजीत बोरा, सीआरपीएफ के निचले असम डीआईजी सुनंदा कुमार और 156वीं बटालियन के कमांडर कैलाश नाथ के साथ सीआरपीएफ का एक दल बलिदान लंबोधर सिंह के आवास पर पहुंचे और बलिदान जवान के बुजुर्ग पिता तुलेन सिंह, लंबोधर सिंह की सह-धर्मिनी मिनती सिंह के साथ वार्ता की। इससे पहले लंबोदर सिंह के परिजनों को शाम को फोन पर सूचना मिली कि लंबोधर सिंह नक्सलियों के हमले में गंभीर रूप से घायल हो गये हैं। उन्हें उन्नत चिकित्सा के लिए हेलीकाप्टर से रायपुर ले जाया गया है। बाद में रात 8 बजे सीआरपीएफ ने दोबारा फोन कर जानकारी दी कि सीआरपीएफ जवान लंबोदर सिंह मातृ भूमि की सुरक्षा के लिए बलिदान हो गए हैं। इस घटना से उनके घर और पूरे गांव में मातम फैल गया।

जानकारी के अनुसार आगामी गुरुवार को बलिदान हुए जवान का पार्थिव शरीर पहले सुबह 7 बजे छत्तीसगढ़ से गुवाहाटी के बोरझार स्थित हवाई अड्डे पर पहुंचेगा और फिर वहां से चिरांग जिले के काकरागांव भटीपारा में उनके निवास पर लाया जाएगा। बहादुर जवान लंबोदर सिंह का अंतिम संस्कार गुरुवार को ही दोपहर में सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि मंगलवार को छत्तीसगढ़ के माओवाद प्रभावित सुकमा और बीजापुर जिले के टेकलगुडेम गांव में सीआरपीएफ की 150वीं बटालियन के शिविर पर घातक माओवादी हमला हुआ था। इस नक्सलियों के हमले में सीआरपीएफ के तीन जवान बलिदान हो गए थे और 14 जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे।माओवादी हमले में बलिदान हुए तीन जवानों में असम के चिरांग जिलांतर्गत के काजलगांव थाना अंतर्गत काकरागांव भटीपारा के रहने वाले सीआरपीएफ जवान लंबोदर सिंह भी शामिल थे।

काजलगांव थानांतर्गत काकारागांव भाटीपारा निवासी तुलेन सिंह के दूसरे पुत्र लंबोदर सिंह वर्ष 2011 में सीआरपीएफ बल में शामिल हुआ थे। वे छत्तीसगढ़ स्थित सीआरपीएफ की 150वीं बटालियन में तैनात थे। बलिदान जवान की एकमात्र 9 वर्षीय पुत्री है।

हिन्दुस्थान समाचार/ अरविंद/सुनील

   

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