बीते पांच वर्षों में विद्यालयों में अवस्थापना सुविधाओं में ऐतिहासिक सुधार हुआ : मुख्य सचिव

- मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा, अब शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने की आवश्यकता

- सेन्ट्रल स्क्वायर फाउंडेशन के तत्वावधान में राज्य स्तरीय फाउंडेशनल लिटरेसी एण्ड न्यूमरेसी कार्यशाला का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया

- अमरोहा के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की पूर्व छात्रा कु. निधि के एसडीएम पद पर चयन होने पर मुख्य सचिव ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया

लखनऊ, 01 फरवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में संचालित आपरेशन कायाकल्प के अन्तर्गत विगत पांच वर्षों में विद्यालयों में अवस्थापना सुविधाओं में ऐतिहासिक रूप से सुधार हुआ है तथा इसके साथ ही छात्रों के लिए आकर्षक लर्निंग मेटीरियल उपलब्ध कराया गया है। अब सम्पूर्ण ध्यान शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने पर दिये जाने की आवश्यकता है। यह बातें गुरुवार को मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने समग्र शिक्षा द्वारा सेंट्रल स्क्वायर फाउंडेशन के तत्वावधान में राज्य स्तरीय फाउन्डेशनल लिटरेसी एण्ड न्यूमरेसी (एफएलएन) कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कार्यशाला का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

मुख्य सचिव ने कहा कि विभाग द्वारा निपुण कार्यक्रम के अन्तर्गत सुनियोजित गतिविधियां संचालित की जा रही हैं जिसमें सभी अधिकारी एवं अध्यापक मनोयोग से कार्य कर रहे हैं, जिसे उत्कृष्टता की ओर ले जाने हेतु प्रयत्न किये जायें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लागू की गयी है, जिसमें छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए महत्वपूर्ण संकल्पनाएं रखी गयी हैं। हमें अपनी सांस्कृतिक विरासत को सहेजते हुए 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने हेतु छात्र-छात्राओं को तैयार करना है।

उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए इस बात पर बल दिया कि समुदाय को शिक्षा से बहुत आकांक्षाएं हैं और अपने बच्चों की शैक्षिक प्रगति एवं जीवन में उच्च स्थान प्राप्त करने की महत्वाकांक्षा रखते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में जो नवाचार हो रहे हैं और निरन्तर प्रगति हो रही है उसे अनवरत बनाये रखने हेतु स्थानीय समुदाय को शिक्षा से जोड़ा जाना नितान्त आवश्यक है ताकि नवाचारी कार्यक्रम संस्थागत रूप से स्थायी स्वरूप ग्रहण कर सकें।

उन्होंने शिक्षा के साथ ही स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की अपेक्षा की, ताकि प्रधानमंत्री की स्वच्छ भारत की संकल्पना को पूर्णरूप से साकार किया जा सके। बेसिक शिक्षा के महत्व एवं फाउन्डेशनल लिटरेसी एवं न्यूमरेसी कार्यक्रम के संबंध में महत्वपूर्ण विचार व्यक्त किये गये। विभागीय अधिकारियों एवं शिक्षकों को प्रेरित करने के उद्देश्य से मुख्य सचिव द्वारा परिषदीय विद्यालयों में उनके द्वारा ग्रहण की गयी शिक्षा एवं अपने प्रधानाध्यापक श्री मिश्री राम की भूमिका एवं योगदान की हृदय से सराहना करते हुए अपने अनुभव साझा किये गये।

परिषदीय प्राथमिक विद्यालय से लेकर आईआईटी एवं एमबीए तक की सम्पूर्ण शिक्षा में मुख्य सचिव द्वारा अपने प्रधानाध्यापक मिश्री राम द्वारा दी गयी शिक्षा एवं संस्कारों को बार-बार याद किया तथा उनके प्रति हृदय से कृतज्ञता व्यक्त की तथा कार्यशाला में उपस्थित अध्यापकगणों को इससे प्रेरणा लेने की अपेक्षा की गयी।

कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, जनपद अमरोहा की पूर्व छात्रा कु. निधि के एसडीएम पद पर चयन होने पर मुख्य सचिव द्वारा कार्यशाला में कु. निधि को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया तथा विद्यालय की अध्यापिकाओं के कार्य की सराहना की गयी। अन्य शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं को इससे प्रेरणा लेने की अपेक्षा की गयी।प्रमुख सचिव, बेसिक शिक्षा डाॅ. एम.के.एस. सुन्दरम ने कार्यशाला के उद्देश्य एवं रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए फाउन्डेशनल लिटरेसी एवं न्यूमरेसी कार्यक्रम के महत्व को रेखांकित किया गया।

डाॅ. सुब्बाराव के प्रस्तुतीकरण से कार्यशाला में उपस्थित शिक्षकों को बहुमूल्य एवं लाभप्रद मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। इसके लिए डाॅ. आई.वी. सुब्बाराव के प्रति आभार व्यक्त किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार/मोहित/सियाराम

   

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