जबलपुरः प्रधान आरक्षक 40 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार

जबलपुर, 1 फरवरी (हि.स.)। शहर के गोराबाजार थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक उर्मिलेश ओझा को लोकायुक्त पुलिस की टीम ने गुरुवार की रात 40 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथो गिरफ्तार किया है। हालांकि, बाद में उसे मुचलके पर रिहा कर दिया गया, लेकिन रिश्वत लेने के मामले में उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर लाइन अटैच कर दिया गया है।

जानकारी के अनुसार रिज रोड निवासी संदीप यादव ने वर्ष 2019 में एक जमीन का सौदा किया था, लेकिन बाद में सौदा रद्द हो गया। संदीप को जमीन के सौदे के दौरान लिए गए कुछ पैसे एक व्यक्ति को वापस करने थे, लेकिन आर्थिक तंगी के चलते संदीप रुपये नहीं लौटा पा रहा था। इसके चलते उक्त व्यक्ति ने मामले की शिकायत गोराबाजार पुलिस से की। थाने के अधिकारियों ने इस शिकायत की जांच का काम प्रधान आरक्षक उर्मिलेश ओझा को सौंपा। शिकायत मिलने के बाद प्रधान आरक्षक ओझा ने संदीप से संपर्क किया और उक्त व्यक्ति की पूरी रकम लौटाने का दबाव बनाने लगा। इतना ही नहीं ओझा ने उसे धमकी भी दी कि यदि वह उक्त व्यक्ति की रकम नहीं लौटाता और उसे 50 हजार रुपये नहीं देता, तो उसके खिलाफ मामला दर्ज कर दिया जाएगा। इसके बाद संदीप ने मामले की शिकायत लोकायुक्त संगठन से की।

संदीप ने हेड कांस्टेबल ओझा से बातचीत की। सौदा 40 हजार रुपये में तय हुआ। रिश्वत की रकम लेकर हवलदार ने संदीप को गुरुवार रात करीब साढ़े सात बजे थाने के बाहर चौराहे पर बुलाया। यह जानकारी संदीप ने लोकायुक्त संगठन के अधिकारियों को दी। वे पहले से वहां पहुंच गए। जैसे ही संदीप ने हवलदार ओझा को 40 हजार रुपये दिए, वहां मौजूद टीम ने ओझा को दबोच लिया। लोकायुक्त की टीम ने यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक दिलीप झरबड़े के नेतृत्व में की गई।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश

   

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